पुणे के लिए और 5 नए पुलिस थाने को मंजूरी मिलेगी: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

पुणे। पुलिस के सामने आने वाली चुनौतियों और कानून-व्यवस्था से जुड़े नए मुद्दों को देखते हुए 60 साल बाद पुलिस बल की नई संरचना तैयार की गई है, जिसमें पुलिस थानों का पुनर्गठन, नारकोटिक्स तथा फॉरेंसिक यूनिट का गठन शामिल है। पुणे शहर के लिए लोहेगांव, लक्ष्मीनगर, नऱ्हे, मांजरी और येवलेवाड़ी में पांच नए पुलिस थाने स्थापित करने की मंजूरी दी जाएगी और इसके लिए 1,000 नए कर्मचारियों की भर्ती होगी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह आश्वासन पुणे पुलिस मुख्यालय, शिवाजीनगर में आयोजित विभिन्न परियोजनाओं के भूमिपूजन और उद्घाटन समारोह में दिया, जिसमें उपमुख्यमंत्री अजीत पवार सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पुणे को जल्द ही दो नए पुलिस उपायुक्त भी मिलेंगे। राज्य में पहली बार किसी शहर के लिए सात पुलिस थानों की मंजूरी दी गई है, जो पुणे के औद्योगिक और शैक्षणिक महत्व को देखते हुए शहर की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम है। उन्होंने देश का सबसे आधुनिक सीसीटीवी सिस्टम और ‘दृष्टि’ एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर शुरू किया, जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता की मदद से अपराध और यातायात नियंत्रण में मदद करेगा। 22 पहाड़ियों और घाटों पर सीसीटीवी निगरानी, ड्रोन से मॉनिटरिंग, पब्लिक एड्रेस सिस्टम और आधुनिक नियंत्रण वाहनों की सुविधा भी जोड़ी गई है। यातायात सुधार के लिए उपग्रह तकनीक आधारित एकीकृत ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम स्थापित किया जाएगा, जिससे ट्रैफिक सिग्नलों का समन्वय, वैकल्पिक मार्गों का उपयोग और एआई आधारित ट्रैफिक मॉनिटरिंग संभव होगी। साथ ही, मादक पदार्थों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और बाल अपराध रोकने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि सरकार ने पुलिस बल के लिए 1,100 करोड़ रुपये आरक्षित किए हैं और पुणे-पिंपरी चिंचवड़ में पिछले दो वर्षों में 40 करोड़ रुपये का फंड दिया गया है। पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने जानकारी दी कि पिछले तीन वर्षों में 1,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है, जिनमें 2,800 सीसीटीवी कैमरे, एकीकृत कंट्रोल सेंटर, 22 पहाड़ियों पर सुरक्षा परियोजना, 150 वाहन और नई पुलिस आयुक्तालय इमारत के लिए 200 करोड़ रुपये शामिल हैं। कार्यक्रम में कात्रज की बच्ची को सुरक्षित वापस लाने में अहम भूमिका निभाने वाले पुलिस कर्मियों का सम्मान किया गया और महिलाओं ने मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री को राखी बांधी।