
सिंधुदुर्ग। सिंधुदुर्ग जिले के बांदा-दोडामार्ग राजमार्ग पर सोमवार सुबह पानवल गांव के पास एक भयावह सड़क हादसे में दो राज्य परिवहन (एसटी) बसों की आमने-सामने की जोरदार टक्कर हो गई, जिसमें स्कूली छात्रों, महिलाओं और बुजुर्गों समेत कम से कम 19 यात्री घायल हो गए। यह दर्दनाक हादसा सुबह करीब 7 बजे हुआ और पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, फुकेरी से बांदा जा रही एक बस जब पानवल के पास पहुंची, तभी उस्मानाबाद से पणजी की ओर तेज़ रफ्तार से आ रही दूसरी एसटी बस ने सीधी टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों बसों के अगले हिस्से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और एक बस को करीब 100 फीट तक घसीटा गया। कई यात्री सीटों में फंस गए और चीख-पुकार मच गई। स्थानीय ग्रामीण तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और खून से लथपथ यात्रियों को बसों से बाहर निकालने में जुट गए। घायलों में स्कूली कॉलेज के छात्र, बुजुर्ग और महिलाएं शामिल हैं। सभी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या सावंतवाड़ी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने बताया कि अधिकांश यात्रियों की स्थिति स्थिर है और कुछ को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। घायलों में प्रमुख नाम इस प्रकार हैं: अनिल कदम (48), बाळासाहेब कुंभार (99), अर्चना हिंगणेकर (50), ज्ञानेश्वर गवस (60), पुनाजी आईर (25), इंदुमती आईर, सुरेखा आईर (50), प्रकाश राऊत (60), रमेश आईर, रेश्मा आईर, रामचंद्र गवस (72), भक्ती देसाई, तृप्ति देसाई, माधुरी देसाई, यशवंत आदर (75), विमल घोगले (53), लक्ष्मी कुंभार (60) और उर्मिला कुंभार।
घटना की सूचना मिलते ही बांदा पुलिस और एसटी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से राहत एवं बचाव कार्य चलाया और घायलों को अस्पताल तक पहुंचाया। एसटी विभाग के अधिकारियों ने घायलों का हालचाल लिया और उन्हें हरसंभव आर्थिक सहायता देने का भरोसा दिलाया। यह हादसा राज्य परिवहन व्यवस्था की सुरक्षा और तेज़ रफ्तार नियंत्रण के सवालों को एक बार फिर सतह पर ले आया है। स्थानीय नागरिकों ने मांग की है कि इस मार्ग पर बसों की गति नियंत्रित की जाए और सुरक्षा के अतिरिक्त उपाय किए जाएं।