
अमरावती। चंदुरबाजार तालुका से एक चौंकाने वाला साइबर फ्रॉड का मामला सामने आया है, जहां एक जालसाज ने जिला कलेक्टर आशीष येरेकर का फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर एक युवक को 62,000 रुपये का चूना लगा दिया। यह धोखाधड़ी 22 जून को उस वक्त उजागर हुई जब युवक की मां को बेटे की बातचीत पर शक हुआ और उन्होंने अमरावती शहर आकर पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी। सूत्रों के अनुसार, जालसाज ने कलेक्टर की कुर्सी पर बैठे हुए एक फोटो का इस्तेमाल कर फर्जी प्रोफाइल तैयार की और “हाय” मैसेज भेजकर कई लोगों से संपर्क करना शुरू किया। विश्वास में लेने के बाद, उसने खुद को कलेक्टर बताते हुए दावा किया कि एक दोस्त ‘संतोष कुमार’ फर्नीचर बेच रहा है, और इच्छुक होने पर वह उससे संपर्क करवा सकता है। चंदुरबाजार तालुका के एक ग्रामीण युवक ने इस पर भरोसा कर लिया और ‘संतोष कुमार’ द्वारा भेजे गए क्यूआर कोड पर पहले 55,000 रुपये, फिर 5,000 और 2,000 रुपये भेज दिए। बाद में जब परिवार को ठगी का एहसास हुआ तो युवक की मां ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ग्रामीण साइबर पुलिस स्टेशन पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने बताया कि इस मामले में चंदुरबाजार पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की जा रही है और साइबर अपराध शाखा ने फर्जी फेसबुक अकाउंट की जांच शुरू कर दी है। अभी तक फर्जी अकाउंट सक्रिय है और अन्य लोगों को भी ठगा जा सकता है, इसलिए आम जनता को सतर्क रहने और ऐसे किसी भी संदिग्ध मैसेज पर व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी साझा न करने की अपील की गई है। यह मामला एक बार फिर दर्शाता है कि साइबर अपराधी किस तरह सरकारी अधिकारियों की छवि का दुरुपयोग कर आम लोगों को निशाना बना रहे हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी सोशल मीडिया संदेश की सत्यता की पुष्टि किए बिना पैसे न भेजें और किसी शंका की स्थिति में तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में संपर्क करें।