मुंबई। महाराष्ट्र आवास एवं क्षेत्र विकास प्राधिकरण (म्हाड़ा) में कार्यरत एक महिला डिप्टी इंजीनियर से 3 लाख रुपये की जबरन वसूली और 300 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी में फंसाने का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। खेरवाड़ी पुलिस ने चार व्यक्तियों – रवि दहिया, संजय सिंह, गणेश गायतोंडे और विजयन के खिलाफ जबरन वसूली, धोखाधड़ी, और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत आरोप दर्ज किए हैं। यह घटना 8 नवंबर को हुई, जब प्रतीक्षा नगर निवासी 41 वर्षीय महिला को, जो म्हाड़ा में डिप्टी इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं, एक अनजान व्यक्ति ने फोन किया। इस व्यक्ति ने खुद को भारतीय दूरसंचार प्राधिकरण का “रवि दहिया” बताया और दावा किया कि उसका मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दिया गया है। इसके बाद, कॉल को “संजय सिंह” नामक व्यक्ति को ट्रांसफर किया गया, जिसने महिला को बताया कि उसके आधार कार्ड का दुरुपयोग हुआ है। महिला को तनाव में डालने के लिए उसने एक वीडियो कॉल भी की और एक और व्यक्ति “गणेश गायतोंडे” से मिलवाया, जिसने खुद को साइबर सेल का अधिकारी बताया। गायतोंडे ने महिला को बताया कि 300 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में उसका नाम शामिल है। उसने महिला पर दबाव डालते हुए कथित तौर पर उसे 3 लाख रुपये विभिन्न खातों में ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया। महिला ने बाद में अपने पति को घटना की जानकारी दी, जिसने धोखाधड़ी का शक करते हुए उसे पुलिस में शिकायत करने की सलाह दी। खेरवाड़ी पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है और बैंक ट्रांजेक्शन का रिकॉर्ड खंगालते हुए आरोपियों की तलाश में जुटी है।