
मुंबई। मत्स्यपालन एवं बंदरगाह मंत्री नितेश राणे की अध्यक्षता में महाराष्ट्र समुद्री बोर्ड के कामकाज की समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें राज्य में समुद्री परिवहन, नाव निर्माण और जल मेट्रो सेवाओं को विकसित करने के उपायों पर चर्चा हुई। इस बैठक में महाराष्ट्र मेरीटाइम बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रदीप पी., मुख्य अभियंता राजाराम गोसावी, वित्त नियंत्रक और मुख्य लेखा अधिकारी सारंगकर, डिप्टी कलेक्टर अंजलि भोसले, महाप्रबंधक रोहित पुरी और उप निदेशक (एशियाई विकास बैंक) डॉ. महेश चांदुरकर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में मंत्री नितेश राणे ने कहा कि महाराष्ट्र और मुंबई को प्राकृतिक रूप से समृद्ध समुद्र तट का वरदान प्राप्त है, जिसका व्यावसायिक रूप से उपयोग करके सरकारी राजस्व बढ़ाने के प्रभावी उपाय किए जाने चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि इन क्षेत्रों की उचित योजना से महाराष्ट्र समुद्री बोर्ड को अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हो सकता है और इस दिशा में विस्तृत योजना तैयार की जानी चाहिए। राणे ने कोच्चि मेट्रो का उदाहरण देते हुए कहा कि केरल ने बैकवाटर्स का उपयोग कर मेट्रो नेटवर्क विकसित किया है, और इसी तरह मुंबई और ठाणे की नदियों में जल मेट्रो सेवा शुरू करने से यातायात की भीड़ कम करने में मदद मिलेगी। कोच्चि मेट्रो के प्रतिनिधियों ने इस परियोजना से जुड़े प्रस्ताव को बैठक में प्रस्तुत किया। इसके अलावा, क्रिसिल के प्रतिनिधियों ने राज्य में नावों के निर्माण के संबंध में विचार-विमर्श किया और बताया कि इस तरह की परियोजनाएं रोजगार के अवसर प्रदान कर सकती हैं। बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि समुद्री परिवहन को बढ़ावा देने से न केवल यातायात का दबाव कम होगा, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।