पुणे। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान, चुनाव आयोग के अधिकारियों ने एनसीपी (शरद पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुले के बैग की नियमित जांच की। पुणे के हडपसर स्थित मंजरी हेलीपैड पर की गई। इससे पहले बारामती में सुले के पिता और एनसीपी नेता शरद पवार के बैग की भी इसी प्रकार जांच की गई थी। हाल ही में महाराष्ट्र के कई अन्य प्रमुख नेताओं—देवेंद्र फड़नवीस, नितिन गडकरी और एकनाथ शिंदे—के बैग की भी जांच की घटनाएं सामने आई हैं। इस मामले ने तब और अधिक ध्यान आकर्षित किया जब उद्धव ठाकरे ने विपक्षी नेताओं के बैग की बार-बार जांच पर निराशा व्यक्त करते हुए इसे असमानता करार दिया। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस, और एनसीपी प्रमुख अजीत पवार के बैग की भी ऐसी ही जांच हुई है। इस मुद्दे पर सुप्रिया सुले ने भी प्रतिक्रिया देते हुए इसे “गंदी राजनीति” करार दिया और दावा किया कि केवल विपक्षी नेताओं के बैग की बार-बार जांच हो रही है, जबकि सत्ता में बैठे नेताओं को इस प्रक्रिया से छूट मिल रही है। इस विवाद पर चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा कि सभी जांच मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के तहत समान अवसर और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए की जा रही हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने स्पष्ट किया कि हेलीकॉप्टरों और अन्य वाहनों की जांच सत्ता के दुरुपयोग को रोकने और निष्पक्षता बनाए रखने के प्रयासों का हिस्सा है, जिससे चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और संतुलन सुनिश्चित किया जा सके।