
मुंबई। त्योहारी सीज़न से पहले राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने अपने “ऑपरेशन फायर ट्रेल” के तहत न्हावा शेवा बंदरगाह पर एक बड़े शिपमेंट को रोककर लगभग 4.82 करोड़ रुपए मूल्य के चीन निर्मित पटाखों की तस्करी नाकाम कर दी है। सोमवार को अधिकारियों ने बताया कि कंटेनर को इनलैंड कंटेनर डिपो (आईसीडी) अंकलेश्वर भेजा जा रहा था और दस्तावेज़ों में इसे कपड़ों की “लेगिंग्स” के रूप में घोषित किया गया था। संशय के आधार पर कंटेनर की विस्तृत तलाशी लेने पर कपड़ों की सतही परत के पीछे छिपाए गए कुल 46,640 पैकेट पटाखे पाए गए। पूरे शिपमेंट को जब्त कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। डीआरआई के अनुसार, पटाखों का आयात विदेश व्यापार नीति के आईटीसी (एचएस) वर्गीकरण के मुताबिक “प्रतिबंधित” श्रेणी में आता है और इसके लिए डीजीएफटी तथा पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठन (पीईएसओ) से वैध लाइसेंस आवश्यक होता है। अधिकारियों ने आगाह किया कि इस तरह के खतरनाक पदार्थों का अवैध आयात न केवल आम जनता की सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि बंदरगाह अवसंरचना, रसद श्रृंखलाओं और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी गंभीर जोखिम पैदा कर सकता है। डीआरआई ने कहा है कि वह ऐसे संगठित तस्करी नेटवर्कों के खिलाफ सतर्कता और कार्यवाही जारी रखेगा।