
झाँसी, उत्तर प्रदेश। संघर्ष सेवा समिति ने एक बार फिर मानवीय सेवा की मिसाल पेश की। करारी स्थित काशीराम कॉलोनी निवासी सुहाना, जिनके पिता आज़ाद खान पेशे से रंगाई-पुताई कर घर चलाते हैं, विवाह से पूर्व अपनी माता साबिया व परिजनों के साथ समिति कार्यालय पहुँचीं। इस अवसर पर समिति के संस्थापक डाॅ० संदीप सरावगी ने उन्हें ट्रॉली बैग, किचन सेट समेत अन्य उपहार देकर बहन का दर्जा देते हुए उन्हें आशीर्वाद प्रदान किया।
डाॅ.संदीप ने कहा, “अगर हम किसी महिला को अपनी बहन या बेटी समझकर व्यवहार करें, तो उनके आशीर्वाद से समाज की तमाम समस्याएं सुलझ सकती हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि अब तक समिति ने 300 से अधिक बहनों को सम्मानपूर्वक विदा किया है, और यह सेवा कार्य भविष्य में भी निरंतर चलता रहेगा। भावुक होते हुए सुहाना ने कहा, भाई संदीप का मिला प्यार और सम्मान मेरे लिए जीवनभर यादगार रहेगा। मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूँ कि उन्हें लंबी उम्र और उत्तम स्वास्थ्य प्राप्त हो। इस अवसर पर समिति की सक्रिय सदस्य मीना मसीह के साथ-साथ हेमलता, परी, सुमन वर्मा, नैंसी, वरुण, आशीष, बसंत, नवीन गुप्ता, मनीष शर्मा, मास्टर मुन्नालाल, दीक्षा साहू, सूरज प्रसाद वर्मा समेत कई गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे। डाॅ संदीप ने जनपदवासियों से अपील की कि अगर आपके दिल में किसी के आँसू पोंछने का जज़्बा है, तो हमारे इस अभियान का हिस्सा बनें।