
अहिल्यानगर। महाराष्ट्र के बीड जिले में हुए सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड के बाद विवादों में घिरे मंत्री धनंजय मुंडे ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने विपक्ष के निशाने पर आने के बाद प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘मुझे अभिमन्यु की तरह घेरने से कोई फायदा नहीं होगा, क्योंकि मैं अभिमन्यु नहीं, अर्जुन हूं।’
विपक्ष के आरोप और वाल्मिक कराड की गिरफ्तारी
इस हत्याकांड से जुड़े जबरन वसूली के मामले में धनंजय मुंडे के करीबी वाल्मिक कराड की गिरफ्तारी के बाद विपक्ष लगातार उन पर हमला बोल रहा था। विपक्ष का आरोप है कि इस मामले में मुंडे की भूमिका संदिग्ध है, जिससे उनकी छवि पर सवाल उठे हैं।
पालक मंत्री पद से वंचित
शनिवार को महाराष्ट्र सरकार की ओर से जारी पालक मंत्रियों की नई सूची में धनंजय मुंडे को उनके गृह जिले बीड की जिम्मेदारी नहीं दी गई। यह पद उपमुख्यमंत्री अजित पवार को सौंपा गया। माना जा रहा है कि हत्याकांड से जुड़े विवादों के कारण उन्हें इस सूची से बाहर रखा गया।
एनसीपी अधिवेशन में बयान
अहिल्यानगर के शिरडी में आयोजित एनसीपी के अधिवेशन में बोलते हुए धनंजय मुंडे ने कहा कि सरपंच संतोष देशमुख की हत्या दुर्भाग्यपूर्ण है और दोषियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि इस घटना को लेकर जानबूझकर एक समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है।
अजित पवार का आभार
मुंडे ने इस कठिन समय में अजित पवार के समर्थन के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, ‘कुछ नेता अजित दादा को मेरे खिलाफ गलत जानकारी दे रहे हैं, लेकिन वह मेरे साथ खड़े हैं।’
आलोचकों पर पलटवार
धनंजय मुंडे ने महायुति और विपक्ष के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें खलनायक बनाने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा, ‘अपराध जाति या धर्म देखकर नहीं किया जाता, लेकिन इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश हो रही है। यह बयान उनकी छवि बचाने और खुद को निर्दोष साबित करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है, जबकि विपक्ष लगातार इस मामले में उनके इस्तीफे की मांग कर रहा है।