
मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि मुंबई और उपनगरों में जारी नाले सफाई कार्य को 7 जून तक हर हाल में पूरा किया जाए। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि इस कार्य में कोई लापरवाही बरती गई, तो संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। शिंदे ने निर्देश दिया कि नालों से निकाली गई गाद को 48 घंटे के भीतर उठाया जाए, जिससे मानसून के दौरान जलभराव की स्थिति न उत्पन्न हो।
स्थल निरीक्षण और प्रगति की समीक्षा
उपमुख्यमंत्री ने शुक्रवार को भांडुप के उषानगर, उषा कॉम्प्लेक्स, वडाला के नेहरूनगर नाला और धारावी के टी जंक्शन पर नाले सफाई कार्यों का निरीक्षण किया। इस अवसर पर प्रधान सचिव नवीन सोना, बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त अभिजीत बांगर, पूर्व सांसद राहुल शेवाळे, विधायक तुकाराम काते, पूर्व विधायक सदा सरवणकर, और बीएमसी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। शिंदे ने बताया कि अब तक 85 प्रतिशत बड़े नालों और 65 प्रतिशत छोटे नालों की सफाई पूरी की जा चुकी है। उन्होंने विश्वास जताया कि अगले 15 दिनों में कार्य पूरा कर लिया जाएगा। बीएमसी और रेलवे प्रशासन के बीच समन्वय से सफाई कार्य तेजी से हो रहा है। सफाई के लिए एआई तकनीक और रोबोट्स की मदद ली जा रही है। रेलवे पुलों के नीचे जमा कचरे को रोबोटिक तकनीक से हटाया जा रहा है। बीएमसी ने इसके लिए 422 पंप, 2 होल्डिंग तालाब और 10 छोटे पंपिंग स्टेशन तैनात किए हैं, ताकि बारिश के मौसम में जलभराव को रोका जा सके।
भू-स्खलन संभावित क्षेत्र का भी लिया जायजा
शिंदे ने विक्रोली के सूर्यानगर भू-स्खलन संभावित क्षेत्र का भी दौरा किया और बीएमसी को निर्देश दिए कि सुरक्षा के लिए जाली लगाई जाए और स्थानीय निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जाए। इसके अलावा, उन्होंने दादर के कासारवाडी क्षेत्र का भी निरीक्षण किया, जहां बीएमसी सफाईकर्मी रहते हैं। उन्होंने वहां स्थित बालासाहेब ठाकरे आपला दवाखाना, अध्ययन कक्ष, और अन्य विकास कार्यों का भी जायजा लिया।