
मुंबई। गणेशोत्सव को महाराष्ट्र की सांस्कृतिक पहचान मानते हुए राज्य सरकार ने इसे पहली बार “राज्य उत्सव” का दर्जा दिया है। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्य मंत्री एडवोकेट आशीष शेलार ने सभी राज्य एवं केंद्र सरकार के विभागों को निर्देश दिया कि वे इस पर्व को व्यापक स्तर पर मनाएँ और जनभागीदारी बढ़ाने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करें। बांद्रा स्थित महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (MSRDC) में आयोजित बैठक में मंत्री शेलार के साथ मुंबई महानगरपालिका आयुक्त भूषण गगरानी, सांस्कृतिक कार्य विभाग की सचिव डॉ. किरण कुलकर्णी, सूचना एवं जनसंपर्क महानिदेशक बृजेश सिंह सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी और विभागीय प्रतिनिधि उपस्थित रहे। बैठक में तय किया गया कि गणेशोत्सव के दस दिनों के दौरान राज्यभर में सांस्कृतिक प्रतियोगिताएँ, नाटक, संगीत कार्यक्रम, शैक्षिक कार्यक्रम, फिल्म समारोह और डिजिटल अभियानों का आयोजन होगा। मंत्री शेलार ने कहा कि गणेशोत्सव न केवल महाराष्ट्र में बल्कि 22 देशों में मनाया जाता है और इसे सभी धर्मों, जातियों और भाषाओं को जोड़ने वाला उत्सव बनाया जाएगा। इसके तहत 10 करोड़ रुपये के पुरस्कार विभिन्न सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के लिए रखे जाएँगे, सोशल मीडिया पर विशेष अभियान चलाया जाएगा और प्रमुख मंडलियों का सीधा प्रसारण भी किया जाएगा। गणेशोत्सव के दौरान “ऑपरेशन सिंदूर” के माध्यम से पूर्व सैनिकों का ज़िलावार सम्मान, छत्रपति शिवाजी महाराज के किलों पर विशेष कार्यक्रम, आत्मनिर्भर भारत और स्वदेशी संकल्पना को बढ़ावा देने वाली गतिविधियाँ भी आयोजित की जाएँगी। मंत्री शेलार ने कहा कि जनभागीदारी, डिजिटल प्रचार-प्रसार, अंतर्राष्ट्रीय मान्यता और पर्यावरण-अनुकूल उपायों के कारण यह उत्सव एक धार्मिक आयोजन से आगे बढ़कर वैश्विक सांस्कृतिक पहचान बनेगा।