
नई दिल्ली। राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड, मदर डेयरी के सहयोग से विदर्भ के 11 जिलों और मराठवाड़ा के 8 जिलों में डेयरी विकास परियोजना का दूसरा चरण शुरू किया जाएगा। यह निर्णय केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र की पर्यावरण एवं पशुपालन मंत्री पंकजा मुंडे के बीच नई दिल्ली में हुई बैठक में लिया गया। बैठक में किसानों को दूध संग्रह और चारा उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने पर जोर दिया गया। बैठक में राज्य पशुपालन सचिव एन. रामास्वामी, आयुक्त प्रवीण कुमार देवरे, एनडीडीबी के अध्यक्ष डॉ. शाह, विदर्भ-मराठवाड़ा डेयरी परियोजना निदेशक डॉ. बोरानी और डॉ. श्रीधर समेत कई अधिकारी उपस्थित थे। इस परियोजना का उद्देश्य विदर्भ और मराठवाड़ा के डेयरी विकास क्षेत्र में अधिक दूध संग्रहण, दुधारू पशुओं की संख्या में वृद्धि, स्वरोजगार को बढ़ावा देना और किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। पहले चरण के सफल कार्यान्वयन के बाद, अब इस परियोजना के दूसरे चरण में विदर्भ के 11 जिले और मराठवाड़ा के 8 जिले शामिल किए गए हैं। इसके तहत किसानों और पशुपालकों को उच्च दूध उत्पादन क्षमता वाली गाय और भैंस वितरित की जाएंगी, पशु प्रजनन पूरक आहार, दूध वसा और एसएनएफ बढ़ाने वाले आहार पूरक की आपूर्ति होगी, बारहमासी चारा फसलों की खेती के लिए विशेष सब्सिडी दी जाएगी, बिजली से चलने वाली दूध देने वाली मशीनों का वितरण, मुर्गे का वितरण और किसानों को आधुनिक दूध व्यवसाय के प्रशिक्षण दिए जाएंगे। बैठक के दौरान, मंत्री पंकजा मुंडे ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को बीड जिले में हाल ही में हुई भारी बारिश से हुए नुकसान और विकास कार्यों के संबंध में एक मांग पत्र सौंपा, जिस पर मंत्री गडकरी ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। इस अवसर पर सावरगांव घाट में आयोजित दशहरा सभा में मंत्री मुंडे ने गडकरी को राष्ट्रसंत भगवान बाबा की एक मूर्ति भेंट कर सम्मानित किया।




