
मुंबई। मुंबई में साइबर फ्रॉड के एक बेहद चौंकाने वाले मामले में ठगों के एक संगठित गिरोह ने कुख्यात अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम का नाम उपयोग करते हुए एक सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी से 71.24 लाख रुपये हड़प लिए। पीड़ित को लगातार भयभीत किया गया। आरोपियों ने स्वयं को नासिक पुलिस का अधिकारी बताकर न केवल नकली कानूनी दस्तावेज दिखाए, बल्कि गंभीर आपराधिक मामलों में नाम जोड़कर उसे अपना आर्थिक शिकार बना लिया। पुलिस के अनुसार यह धोखाधड़ी 23 सितंबर से 15 अक्टूबर के बीच तब हुई जब स्कैमर्स ने बार-बार फोन कॉल और व्हाट्सऐप वीडियो कॉल के माध्यम से पीड़ित से संपर्क स्थापित कर यह दावा किया कि उसके बैंक खाते में अबू सलेम से जुड़े संदिग्ध लेनदेन पाए गए हैं। धोखेबाजों ने आगे यह भी आरोप लगाया कि संबंधित रकम स्टॉक फ्रॉड और एक्सटॉर्शन से जुड़ी है और यह मामला मुंबई पुलिस के शीर्ष दस वांछित मामलों में शामिल है। अपने दावों को विश्वसनीय बनाने के लिए आरोपियों ने पीड़ित को सुप्रीम कोर्ट के नाम वाला एक फर्जी गिरफ्तारी वारंट और वांछित अपराधियों की तस्वीरों वाला पैम्फलेट भी भेजा। ठगों ने कहा कि उसके खाते में मौजूद राशि का दस प्रतिशत हिस्सा अबू सलेम का कमीशन है और यदि उसने सहयोग नहीं किया, तो उसे अंडरवर्ल्ड से संबंध रखने वाले अपराध में फंसा दिया जाएगा। धमकियों के दबाव में और सरकारी दस्तावेजों के भ्रम में फंसकर पीड़ित ने सत्यापन की आड़ में 71.24 लाख रुपये कई बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए। घटना की वास्तविकता समझ में आते ही सेवानिवृत्त अधिकारी ने ईस्ट रीजन साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने साइबर अपराध और धोखाधड़ी की संबंधित धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है।




