
मुंबई। ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उनके कला-कौशल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्यस्तरीय “महालक्ष्मी सरस विक्री एवं प्रदर्शनी 2025” का आयोजन 11 फरवरी से 23 फरवरी तक किया जा रहा है। ग्राम विकास और पंचायत राज मंत्री जयकुमार गोरे ने मुंबई के नागरिकों से इस प्रदर्शनी में भाग लेने और ग्रामीण संस्कृति एवं कला से जुड़ने का आह्वान किया है।
बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में होगा आयोजन
ग्राम विकास विभाग के “उमेद – महाराष्ट्र राज्य ग्रामीण जीवनोन्नति अभियान” के तहत आयोजित इस प्रदर्शनी का उद्घाटन 11 फरवरी 2025 को बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC), मुंबई में होगा।
500 से अधिक स्टॉल और 80 स्टॉल वाला विशाल फूड कोर्ट
इस प्रदर्शनी में 500 से अधिक स्टॉल होंगे, जिनमें 400 महाराष्ट्र के और 100 अन्य राज्यों के होंगे। इसके अलावा, 80 स्टॉल वाला एक विशाल फूड कोर्ट भी होगा, जहां महिला उद्यमियों द्वारा तैयार किए गए शाकाहारी और मांसाहारी व्यंजन उपलब्ध होंगे।
मुंबईकरों को मिलेगा ग्रामीण संस्कृति का अनुभव
यह प्रदर्शनी वातानुकूलित माहौल में आयोजित होगी, जिससे मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई और पनवेल के नागरिकों को ग्रामीण संस्कृति का प्रत्यक्ष अनुभव मिलेगा। मंत्री जयकुमार गोरे ने सभी नागरिकों से इस प्रदर्शनी में भाग लेने की अपील की है।
ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में बड़ा कदम
“उमेद – महाराष्ट्र राज्य ग्रामीण जीवनोन्नति अभियान” के तहत महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से संगठित कर उन्हें सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा रहा है। यह प्रदर्शनी ग्रामीण महिलाओं के उत्पादों को नए बाजार उपलब्ध कराने और उनके व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए आयोजित की जाती है। इससे पहले यह प्रदर्शनी मुंबई, नवी मुंबई और नागपुर में आयोजित हो चुकी है और इसे जबरदस्त समर्थन मिला था। ग्राम विकास मंत्री जयकुमार गोरे के नेतृत्व और ग्राम विकास विभाग के प्रधान सचिव एकनाथ डवले के मार्गदर्शन में आयोजित इस प्रदर्शनी में हस्तनिर्मित वस्तुएं, हथकरघा कपड़े, लकड़ी की कलाकृतियां, बंजारा आर्ट, वारली पेंटिंग्स, आभूषण, लकड़ी के खिलौने और प्रमाणित जैविक उत्पाद उपलब्ध होंगे। “महालक्ष्मी सरस विक्री एवं प्रदर्शनी 2025” मुंबईकरों और अन्य नागरिकों के लिए एक अनूठा अवसर है, जहां वे ग्रामीण संस्कृति, कला, व्यंजन और उत्पादों का अनुभव कर सकते हैं।