
मुंबई। महाराष्ट्र में भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित किसानों को लेकर राजनीतिक टकराव तेज होता जा रहा है। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने महायुति सरकार पर किसानों को धोखा देने का गंभीर आरोप लगाया है। नांदेड़ में मीडिया से बातचीत करते हुए सपकाल ने कहा कि सरकार द्वारा घोषित 32,000 करोड़ रुपये का सहायता पैकेज पूरी तरह धोखाधड़ी है, ठीक वैसे ही जैसे कैबिनेट की बैठक में स्वीकृत 11,000 करोड़ रुपये के वितरण का फैसला भी छलावा है। उनके अनुसार किसानों के वास्तविक नुकसान की भरपाई तभी मानी जाएगी, जब प्रति हेक्टेयर 50,000 रुपये की सीधी सहायता दी जाए। सपकाल ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि वह वोट चुराकर सत्ता में आए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि फडणवीस एक “चोर मुख्यमंत्री”,‘चिप मुख्यमंत्री’ हैं और उनकी आलोचना की भाषा भी इसी स्तर की है। सपकाल ने यह भी कहा कि ऐसी निम्नस्तरीय टिप्पणियों से राहुल गांधी के नेतृत्व और उनकी उपलब्धियों को कम नहीं किया जा सकता। नांदेड़ को कांग्रेस विचारधारा की मजबूत जमीन बताते हुए सपकाल ने दावा किया कि कांग्रेस महाराष्ट्र में अपनी खोई ताकत वापस हासिल कर रही है। उन्होंने कहा कि अन्य दलों से कांग्रेस में शामिल हो रहे लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जो राहुल गांधी के संघर्ष और विचारधारात्मक प्रभाव का परिणाम है। हाल ही में गढ़चिरौली और नांदेड़ के बाद, जालना में भी कांग्रेस को नए समर्थक मिल रहे हैं, जिससे पार्टी को नई ऊर्जा मिली है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस बयान पर कि स्थानीय निकाय चुनावों में विपक्ष का सूपड़ा साफ हो जाएगा, सपकाल ने पलटवार करते हुए कहा कि आगामी चुनावों में उनके अपने ही दांत उनके गले में चले जाएँगे। उन्होंने दावा किया कि जनता में बढ़ती नाराजगी के चलते महायुति सरकार को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। राज्य में किसान संकट और राजनीतिक बयानबाजी लगातार बढ़ रही है, जिससे आगामी चुनावों का माहौल और अधिक टकरावपूर्ण होता दिखाई दे रहा है।



