
नागपुर। महिला सशक्तिकरण में शिक्षा की भूमिका को रेखांकित करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज कहा कि राज्य सरकार बालिकाओं को शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने हेतु कई योजनाएं चला रही है, और ऐसे में आरबीएल बैंक की “उम्मीद” सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) पहल के तहत जरूरतमंद छात्राओं को साइकिल और शैक्षणिक सामग्री वितरित करना एक उल्लेखनीय कदम है। मनीष नगर, नागपुर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के हाथों 100 छात्राओं को साइकिलें और शैक्षणिक किट प्रदान की गईं। इसी अवसर पर धन्वंतरि आरोग्य शिविर का भी उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम में विधायक संदीप जोशी, प्रवीण डटके, आरबीएल बैंक के कोषाध्यक्ष अंशुल चांडक सहित बैंक बोर्ड के कई पदाधिकारी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने कहा, ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में स्कूल की दूरी लड़कियों की शिक्षा में एक बड़ी बाधा है। साइकिल वितरण से यह दूरी अब एक अवसर में बदलेगी। छात्राओं की नियमितता और भागीदारी में निश्चित रूप से सुधार आएगा। उन्होंने बताया कि हाल ही में गढ़चिरोली जिले के कवंडे गांव में भी ऐसी ही पहल के तहत साइकिलों का वितरण किया गया, जिससे छात्राओं के चेहरों पर उत्साह और आत्मविश्वास देखने को मिला। फडणवीस ने आरबीएल बैंक की सामाजिक सहभागिता की सराहना करते हुए कहा कि इससे वंचित तबकों की बेटियों को शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों में सहयोग मिलेगा। धन्वंतरि शिविर के माध्यम से नेत्र परीक्षण, चश्मा वितरण और अन्य स्वास्थ्य जांच मुफ्त की जा रही हैं। आरबीएल बैंक के कोषाध्यक्ष अंशुल चांडक ने बताया कि इस वर्ष 1800 साइकिलें वितरित की जाएंगी, जबकि पिछले वर्ष 4800 साइकिलों का वितरण किया गया था। उन्होंने बैंक द्वारा संचालित अन्य सीएसआर उपक्रमों की भी जानकारी दी। कार्यक्रम में स्थानीय नागरिकों की बड़ी भागीदारी देखने को मिली, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि इस तरह की पहलों को सामाजिक समर्थन और व्यापक सराहना मिल रही है। मुख्यमंत्री ने आरबीएल से भविष्य में भी इसी तरह के उपक्रम जारी रखने की अपेक्षा जताई।