
मुंबई। मुंबई में बढ़ती हुई तकनीक-प्रेमी नागरिकों के बीच बीएमसी ने विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्म्स जैसे व्हाट्सएप चैटबॉट, एमसीजीएम वेबसाइट, माईबीएमसी मोबाइल ऐप और 1916 हेल्पलाइन के माध्यम से नागरिकों को अपनी शिकायतें दर्ज करने का अवसर प्रदान किया है। हालांकि, इन प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से शिकायत दर्ज करना आसान है, लेकिन शिकायतों का संतोषजनक समाधान प्राप्त करना अभी भी एक चुनौती बनकर सामने आ रहा है। 1 जनवरी से 11 दिसंबर तक बीएमसी को कुल 53,454 ऑनलाइन शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से केवल 60 प्रतिशत का ही समाधान हुआ। नागरिक कार्यकर्ताओं का आरोप है कि अधिकांश शिकायतें केवल कागजों तक ही सीमित रहती हैं और इनका दीर्घकालिक समाधान नहीं होता। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इन शिकायतों में से 40,288 एमसीजीएम पोर्टल, 5,727 माईबीएमसी ऐप, 2,736 व्हाट्सएप चैटबॉट और 4,703 हेल्पलाइन नंबरों के माध्यम से प्राप्त हुई थीं। आईटी विभाग के अधिकारी ने कहा कि मिलेनियल्स और जेन जेड नागरिक व्हाट्सएप चैटबॉट और माईबीएमसी ऐप जैसे प्लेटफॉर्म्स का उपयोग करना पसंद करते हैं, जबकि वृद्ध नागरिक 1916 हेल्पलाइन और एमसीजीएम पोर्टल के माध्यम से शिकायतें दर्ज करना पसंद करते हैं। बीएमसी ने कहा कि बाढ़, कचरा, पानी जैसे मुद्दों पर तुरंत कार्रवाई की जाती है और इन शिकायतों का समाधान 24 घंटे के भीतर किया जाता है। अन्य विभागों की शिकायतें नागरिक चार्टर के तहत निर्धारित समय के भीतर हल की जाती हैं। बीएमसी के डैशबोर्ड के अनुसार, 11 दिसंबर तक सबसे अधिक शिकायतें के-ईस्ट (3,736), के-वेस्ट (3,556) और पी-नॉर्थ (3,398) वार्डों से मिली हैं। जिन विभागों में सबसे अधिक शिकायतें दर्ज की गईं, उनमें रखरखाव (12,424), इमारत व कारखाने (7,755), जल कार्य (6,461), पर्यावरण (5,872) और अतिक्रमण (3,613) शामिल हैं।