
नवी मुंबई। शहर और औद्योगिक विकास निगम (सिडको) ने अनधिकृत निर्माण के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए मंगलवार को उल्वे नोड के पास कोपरगांव में एक चार मंजिला अवैध इमारत को महज एक घंटे के भीतर ध्वस्त कर दिया। रमेश म्हात्रे द्वारा निर्मित यह इमारत बेहद कमजोर साबित हुई और मिनटों में मलबे में तब्दील हो गई, जिससे इस तरह के निर्माण की घटिया गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठे हैं।
सिडको की सख्त चेतावनी
सिडको ने नागरिकों को चेतावनी दी है कि वे अवैध इमारतों में घर खरीदने से बचें, क्योंकि ऐसी संरचनाएं न केवल अवैध हैं बल्कि निवासियों के लिए गंभीर सुरक्षा जोखिम भी पैदा करती हैं। हाल के वर्षों में नवी मुंबई में अवैध निर्माण तेजी से बढ़े हैं, जिनमें घटिया सामग्री का उपयोग किया जाता है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। मंगलवार के विध्वंस अभियान के दौरान, ग्राउंड प्लस चार मंजिला इमारत मिनटों में ढह गई, जिससे स्पष्ट हुआ कि इन अवैध निर्माणों में स्थायित्व और सुरक्षा मानकों का अभाव है। सिडको के मुख्य सतर्कता अधिकारी सुरेश मेंगड़े ने पुष्टि की कि आने वाले दिनों में ऐसे और अवैध निर्माणों पर कार्रवाई की जाएगी।
नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील
सिडको ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संपत्ति को खरीदने से पहले उसकी कानूनी मंजूरी की पुष्टि करें, ताकि वित्तीय नुकसान और सुरक्षा खतरों से बचा जा सके। नियोजन एजेंसी अवैध और असुरक्षित इमारतों की वृद्धि को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है और जल्द ही अन्य अवैध संरचनाओं के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।