
नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय के अनुसार चीनी विदेश मंत्री वांग यी सोमवार से शुरू हो रही अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। मंगलवार को होने वाली यह बैठक शंघाई सहयोग संगठन के वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पीएम मोदी की चीन यात्रा से ठीक पहले हो रही है। प्रधानमंत्री से मुलाकात से पहले वांग विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से अलग-अलग वार्ता करेंगे। इसमें सीमा की स्थिति, व्यापार और उड़ान सेवाओं की बहाली जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की संभावना है। वांग की इस यात्रा को दोनों पड़ोसियों के बीच संबंध सुधारने की कोशिशों का हिस्सा माना जा रहा है, जो 2020 की गलवान घाटी की झड़पों के बाद तनावपूर्ण हो गए थे। सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान दोनों पक्ष विवादित सीमा पर स्थायी शांति और स्थिरता के लिए नए विश्वास-निर्माण उपायों पर विचार कर सकते हैं। हालांकि, टकराव वाले स्थानों से सैनिकों को हटाया जा चुका है, लेकिन अग्रिम मोर्चे पर तैनात 50 से 60 हजार सैनिकों को पीछे हटाने का कदम अब तक अधूरा है। भारत-अमेरिका संबंधों में हालिया तनाव के बीच यह मुलाकात और भी अहम मानी जा रही है। गौरतलब है कि हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय वस्तुओं पर टैरिफ दोगुना कर 50 प्रतिशत कर दिया है और रूसी कच्चे तेल की खरीद पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त जुर्माना भी लगाया है। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार वांग सोमवार शाम 4:15 बजे नई दिल्ली पहुंचेंगे और शाम 6 बजे एस. जयशंकर से मुलाकात करेंगे। मंगलवार सुबह 11 बजे वांग और एनएसए डोभाल विशेष प्रतिनिधि स्तर की सीमा वार्ता का 24वां दौर करेंगे। इसके बाद शाम 5:30 बजे प्रधानमंत्री मोदी अपने आवास 7, लोक कल्याण मार्ग पर उनसे भेंट करेंगे। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य सीमा वार्ता का नया दौर आगे बढ़ाना और भरोसे के नए उपायों पर विचार करना है, ताकि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थायी शांति और स्थिरता स्थापित की जा सके।