
मुंबई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को प्रभादेवी स्थित रवींद्र नाट्य मंदिर में अभिजात मराठी भाषा सम्मान सम्मान दिवस और अभिजात मराठी भाषा सप्ताह का उद्घाटन करते हुए कहा कि भाषा संस्कृति को जीवित रखने का माध्यम है और मराठी का सम्मान हम सबका सम्मान है। उन्होंने कहा कि मराठी भाषा अतीत में भी विशिष्ट थी, आज भी विशिष्ट है और भविष्य में भी विशिष्ट रहेगी। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष एडवोकेट राहुल नार्वेकर, कौशल, रोजगार, उद्यमिता एवं नवप्रवर्तन मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा, उद्योग एवं मराठी भाषा मंत्री डॉ. उदय सामंत, विधान परिषद की उपसभापति डॉ. नीलम गोरहे, विधान परिषद सदस्य मनीषा कायंडे, मुख्य पोस्टमास्टर जनरल अमिताभ सिंह, महाराष्ट्र राज्य विश्वकोश निर्माण मंडल के अध्यक्ष रवींद्र शोभने, महाराष्ट्र राज्य साहित्य एवं संस्कृति मंडल के अध्यक्ष सदानंद मोरे, विदर्भ साहित्य संघ के प्रदीप दाते और अभिनेता-निर्माता महेश मांजरेकर उपस्थित थे। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि मराठी का सम्मान कवियों, संतों और विचारकों का सम्मान है। संत ज्ञानेश्वर से लेकर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर तक, मराठी विचारधारा ने समाज को आध्यात्मिक और दार्शनिक दिशा दी है। उन्होंने बताया कि देश के कुल पुस्तकालयों का 25 प्रतिशत महाराष्ट्र में है, मराठी भाषा का शब्दकोष सबसे बड़ा है और हर साल मराठी में 200 से अधिक साहित्यिक सम्मेलन आयोजित किए जाते हैं। डिजिटल युग में भी मराठी साहित्य और रंगमंच का आकर्षण बना हुआ है और करोड़ों रुपये की मराठी पुस्तकें बिकती हैं। इस अवसर पर उद्योग एवं मराठी भाषा मंत्री डॉ. उदय सामंत ने कहा कि मराठी केवल भाषा नहीं, बल्कि महाराष्ट्र की संस्कृति की प्राणवायु है। ज्ञानेश्वरी, तुकाराम गाथा और छत्रपति शिवाजी महाराज की मराठी विरासत के कारण केंद्र सरकार ने मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया है। उन्होंने घोषणा की कि जेएनयू, दिल्ली में मराठी भाषा केंद्र और छत्रपति शिवाजी महाराज का स्मारक स्थापित किया जाएगा। नासिक के निकट शिरवाडे गाँव को “पुस्तक ग्राम” के रूप में विकसित करने तथा ग्रामीण क्षेत्रों में कुसुमाग्रज मराठी महोत्सव आयोजित करने की योजना है। इसके अलावा, लंदन स्थित महाराष्ट्र मंडल में विश्व का पहला “वैश्विक मराठी भाषा केंद्र” स्थापित किया जाएगा। कार्यक्रम में हेमांगी अंक, ‘मराठी चिये कुटुक्ते’ पुस्तक, संदर्भ पुस्तकालय सूचना पुस्तिका और ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए अभिजात मराठी ऐप का विमोचन किया गया। साथ ही भारतीय डाक विभाग द्वारा विशेष डाक टिकट और आवरण भी जारी किया गया।