
मुंबई। समूह पुनर्विकास के माध्यम से झुग्गी पुनर्वास का कार्य राज्य सरकार ने शुरू कर दिया है। इस योजना के तहत झुग्गीवासियों को निःशुल्क, सुंदर और सुसज्जित आवास उपलब्ध कराए जाएँगे। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि विकास और आवास से कोई भी वंचित नहीं रहेगा। उन्होंने विश्वास जताया कि रमाबाई आंबेडकर नगर और कामराज नगर झुग्गी बस्तियों के निवासियों का अपना घर होने का सपना केवल कागजों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आगामी दो वर्षों में यह सपना साकार होगा। मुख्यमंत्री फडणवीस ने मंगलवार को मुंबई महानगर क्षेत्र में माता रमाबाई आंबेडकर नगर और कामराज नगर झुग्गी पुनर्विकास परियोजना की आधारशिला रखी। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री एवं शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, कौशल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा, सांस्कृतिक कार्य मंत्री आशीष शेलार, राज्य मंत्री पंकज भोयर, सांसद संजय दीना पाटिल, विधायक राम कदम, पराग शाह, मिहिर कोटेचा, पूर्व पार्षद परमेश्वर कदम और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
पहली बार सरकारी एजेंसियों द्वारा पुनर्विकास
मुख्यमंत्री ने बताया कि यह पुनर्विकास योजना रमाबाई आंबेडकर और कामराज नगर के नागरिकों का 45 वर्षों पुराना सपना है। लंबे समय से यह परियोजना अधर में लटकी हुई थी। सरकार ने निजी डेवलपर्स की जटिलताओं से बचते हुए इसे सीधे सरकारी एजेंसियों — एमएमआरडीए और एसआरए — के माध्यम से पूरा करने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार ने नागरिकों को दो वर्षों का अग्रिम किराया देकर अस्थायी आवास उपलब्ध कराया है। मुख्यमंत्री ने संबंधित एजेंसियों को दो वर्षों के भीतर निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देश दिया। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि समूह पुनर्विकास की अवधारणा को राज्य सरकार ने मुंबई में बड़े पैमाने पर लागू करने का निर्णय लिया है। इसके तहत झुग्गीवासियों को न केवल घर बल्कि खेल मैदान, व्यायामशाला, स्कूल और स्वास्थ्य केंद्र जैसी सुविधाएँ भी उपलब्ध कराई जाएँगी। उन्होंने कहा, “यह डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के समानता के विचार को सही मायने में लागू करने का माध्यम है।
धारावी पुनर्विकास: 10 लाख परिवारों को घर, 2 लाख कारीगरों को कार्यस्थल
मुख्यमंत्री फडणवीस ने बताया कि मुंबई की सबसे बड़ी झुग्गी धारावी का पुनर्विकास सात वर्षों में पूरा होगा। इस परियोजना से लगभग 10 लाख परिवारों को घर मिलेंगे और 2 लाख कारीगरों को उनके कारखानों के लिए स्थान दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “सरकार आम आदमी के जीवन में बदलाव लाने और रोजगार सृजन के लिए विकास को प्राथमिकता दे रही है।
रमाबाई नगर में बनेगा माता रमाबाई आंबेडकर का स्मारक
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घोषणा की कि रमाबाई नगर में क्लस्टर पुनर्विकास योजना के तहत माता रमाबाई आंबेडकर का स्मारक बनाया जाएगा। उन्होंने कहा, “पिछले 40-45 वर्षों से यहाँ के लोग कठिन परिस्थितियों में रह रहे थे। अब उनका संघर्ष खत्म हुआ है। अगले तीन-चार वर्षों में 17 हजार परिवारों को अपने घर मिलेंगे। भले ही दिवाली अगले सप्ताह है, लेकिन इन निवासियों के लिए असली दिवाली आज ही है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना की नींव पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के कार्यकाल में रखी गई थी, लेकिन इसे गति फडणवीस सरकार के दौरान मिली। परियोजना का कार्यान्वयन एमएमआरडीए द्वारा किया जा रहा है ताकि गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध आवास सुनिश्चित किए जा सकें।
स्वाभिमान और परिवर्तन का प्रतीक बनेगा यह पुनर्विकास
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि रमाबाई नगर और कामराज नगर का इलाका केवल झुग्गी नहीं, बल्कि संघर्ष, स्वाभिमान और सामाजिक परिवर्तन का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि “यह क्षेत्र महाराष्ट्र में सामाजिक जागरूकता और आंदोलनों का केंद्र रहा है। इस परियोजना के माध्यम से यहाँ स्वाभिमान और सम्मान के एक नए युग की शुरुआत होगी।”