
मुंबई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है और देश के हर नागरिक को सतर्क रहकर “कान और आंख” बनकर सुरक्षा व्यवस्था में सहयोग करना चाहिए। वे शनिवार को दिविजा फाउंडेशन द्वारा आयोजित ‘ग्लोबल पीस ऑनर प्रोग्राम’ को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के प्रमुख डॉ. सदानंद दाते, एनएसजी कमांडो सुनील जोधा और रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी को ‘ग्लोबल पीस ऑनर’ से सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री फडणवीस ने 26/11 मुंबई आतंकी हमलों को याद करते हुए कहा कि 17 साल बीत जाने के बावजूद उस घटना का दर्द आज भी लोगों के दिलों में ताजा है। उन्होंने कहा कि यह हमला सिर्फ मुंबई या ताज होटल पर नहीं, बल्कि पूरे भारत की आजादी पर हमला था, ठीक उसी तरह जैसे अमेरिका में ट्विन टावर पर हमला वहां की आजादी पर था। उन्होंने कहा कि अगर उस समय ठोस जवाब दिया गया होता तो शायद ऐसे हमले दोबारा न होते, लेकिन अब भारत एक मजबूत और निर्णायक देश के रूप में खड़ा है।
फडणवीस ने पहलगाम में निर्दोष नागरिकों की हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि आतंकवादी देश में अस्थिरता पैदा करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं, जिससे यह साफ है कि आतंकवाद का खतरा अभी भी मौजूद है। उन्होंने बताया कि भारत ने पहलगाम हमले के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई कर दुनिया को अपनी ताकत का संदेश दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली बम धमाके से पहले बड़ी मात्रा में विस्फोटक और हथियार जब्त कर एक बड़ी साजिश को नाकाम किया गया, जो सुरक्षा तंत्र की मजबूती को दर्शाता है। डिप्टी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि 26/11 हमले में मुंबई की आत्मा, उसकी संस्कृति और पहचान को निशाना बनाया गया था, लेकिन मुंबई कभी रुकी नहीं और न ही कमजोर पड़ी। उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले के बाद भारत की ओर से दिया गया जवाब देश की बदली हुई ताकत का प्रतीक है। कार्यक्रम में 26/11 के वीर शहीदों हेमंत करकरे, अशोक कामटे, विजय सालस्कर, तुकाराम ओम्बाले, मेजर उन्नीकृष्णन और प्रकाश मोरे समेत सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। डॉ. सदानंद दाते को उनके अदम्य साहस के लिए सम्मानित किया गया, जिन्होंने कामा अस्पताल में ग्रेनेड हमले के दौरान गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद आतंकियों का सामना किया। एनएसजी कमांडो सुनील जोधा, जिन्हें ‘जीवित शहीद’ कहा जाता है और जिनके शरीर में आज भी गोली मौजूद है, को भी सम्मानित किया गया। नीता अंबानी को समाज में शांति और सकारात्मकता के लिए उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में 26/11 और पहलगाम हमलों में जान गंवाने वाले नागरिकों के परिजनों को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर, मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा, आशीष शेलार, उद्योगपति मुकेश अंबानी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और फिल्मी जगत की जानी-मानी हस्तियां मौजूद रहीं।




