
पुणे। आषाढ़ी वारी के शुभ अवसर पर मंगलवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने श्री क्षेत्र देहू पहुंचकर जगद्गुरु श्री संत तुकाराम महाराज संस्थान मंदिर में दर्शन-पूजन कर पालकी प्रस्थान समारोह में भाग लिया। उन्होंने श्री विट्ठल रखुमाई मंदिर, श्री संत तुकाराम शिला मंदिर और श्री राम मंदिर में श्री गणेश पूजा, कलश पूजा और पद्य पूजा कर पालकी की आरती संपन्न की। भक्ति में सराबोर वातावरण में ‘ज्ञानबा-तुकाराम’, ‘माउली-माउली’ के जयघोष, ताल-मृदुंग की गूंज, सिर पर तुलसी वृंदावन और हाथों में डिंड्य-पटया लिए वारकरी आषाढ़ी वारी के लिए देहू एकत्र हुए थे। इसी माहौल में संत तुकाराम महाराज की पालकी देहू से पंढरपुर के लिए रवाना हुई। इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल, सांसद सुनेत्रा पवार, सांसद श्रीरंग बारणे, विधायक सुनील शेलके, विजय शिवतारे, अमित गोरखे, उमा खापरे, शंकर मांडेकर, संभागीय आयुक्त डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार, जिलाधिकारी जितेंद्र डूडी सहित प्रशासनिक अधिकारी और संस्था के पदाधिकारी उपस्थित थे। पालखी समारोह प्रमुख एच.बी.पी. गणेश महाराज मोरे, वैभव महाराज मोरे, दिलीप महाराज मोरे, विक्रमसिंह मोरे, उमेश महाराज मोरे और लक्ष्मण महाराज मोरे ने भी आयोजन में विशेष भूमिका निभाई। मंदिर संस्थान की ओर से मुख्यमंत्री फड़णवीस का स्वागत कर उन्हें अभिनंदन पत्र भेंट किया गया। पूजन के उपरांत मुख्यमंत्री ने उपस्थित वारकरी मौली को श्रद्धांजलि अर्पित की और ट्रस्टियों के साथ चर्चा कर वारी की व्यवस्थाओं की समीक्षा की। महापूजा के बाद संत तुकाराम महाराज की पालकी इनामदार वाड़ा स्थित अपने स्थान के लिए रवाना हुई। समारोह में श्रद्धा, भक्ति और अनुशासन का संगम देखने को मिला।