
मुंबई। राज्य सरकार ने मराठी भाषा को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने और मराठी पहचान को मजबूत करने के उद्देश्य से एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है। लंदन स्थित महाराष्ट्र मंडल भवन को 99 साल की लीज पर लेने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने 5 करोड़ रुपये का चेक महाराष्ट्र मंडल लंदन के ट्रस्टी वैभव खांडगे को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के माध्यम से सह्याद्री अतिथिगृह में सौंपा। मराठी भाषा और उद्योग मंत्री डॉ. उदय सामंत ने बताया कि इस भवन का अधिग्रहण कर यहाँ ‘छत्रपति शिवाजी महाराज वैश्विक मराठी भाषा केंद्र’ की स्थापना की जाएगी। डॉ. सामंत ने मंत्रालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि महात्मा गांधी के निजी सचिव डॉ. एन.सी. केलकर ने लंदन में महाराष्ट्र मंडल की स्थापना की थी। यह भवन महाराष्ट्र सरकार ने नीलामी के माध्यम से 5 करोड़ रुपये में खरीदा है और जल्द ही मराठी भाषा विभाग, महाराष्ट्र सरकार और बृहन् महाराष्ट्र मंडल, लंदन के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए जाएँगे। इस भवन का नाम ‘छत्रपति शिवाजी महाराज विश्व मराठी केंद्र (सीएसएमवीके)’ रखा जाएगा। यह केंद्र दुनिया भर के मराठी भाषियों के लिए सांस्कृतिक, शैक्षणिक और सामाजिक गतिविधियों का महत्वपूर्ण मंच बनेगा। यहाँ मराठी भाषा के पाठ्यक्रम तैयार किए जाएँगे, प्रशिक्षण केंद्र चलाए जाएँगे, छात्रवृत्तियाँ दी जाएँगी और कला, संस्कृति, पर्यटन, व्यापार एवं कौशल विकास से संबंधित कार्यक्रम आयोजित होंगे। साथ ही, अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग कर मराठी भाषा को बढ़ावा देने के प्रयास होंगे और भविष्य में लंदन में विश्व मराठी सम्मेलन आयोजित करने की भी योजना है। डॉ. सामंत ने कहा कि इस पहल से लंदन में रहने वाले लगभग एक लाख मराठी बंधुओं को मराठी भाषा और संस्कृति से जुड़े रहने में महत्वपूर्ण लाभ होगा। इस अवसर पर डॉ. सामंत ने उद्योग विभाग द्वारा लॉन्च किए गए ऐप ‘मिलाप’ (महाराष्ट्र औद्योगिक भूमि आवेदन और आवंटन मंच) की भी जानकारी दी। यह पोर्टल भूखंडों के आवंटन को सरल, पारदर्शी और स्वचालित बनाएगा, जिससे निवेश आकर्षित करने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। एमआईडीसी ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की उपस्थिति में इसका उद्घाटन किया।