नागपुर। महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) के नेता अनिल देशमुख पर सोमवार रात हमला किया गया, जिसमें उनकी कार पर अज्ञात हमलावरों द्वारा पथराव किया गया। इस हमले में देशमुख घायल हो गए और घटना के बाद चार अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब देशमुख नारखेड गांव में एक जनसभा में भाग लेने के बाद रात करीब आठ बजे कटोल की ओर लौट रहे थे। कटोल के पास जलालखेड़ा रोड पर बेलफाटा के नजदीक अज्ञात हमलावरों ने उनकी कार पर पथराव किया, जिसमें देशमुख को सिर पर चोट आई। घायल होने के तुरंत बाद उन्हें कटोल के सिविल अस्पताल ले जाया गया और प्राथमिक इलाज के बाद नागपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। नागपुर ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक हर्ष पोद्दार ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है और एक फोरेंसिक टीम को घटनास्थल पर तकनीकी साक्ष्य एकत्र करने के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि कटोल के डीएसपी मामले की जांच कर रहे हैं। घटना के बाद, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और जिलाधिकारी ने भी घटनास्थल का दौरा किया और लोगों से अपील की कि वे किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) के प्रवक्ता वेदप्रकाश आर्य ने इस घटना की निंदा करते हुए उच्च-स्तरीय जांच की मांग की और कहा कि देशमुख के परिवार को पुलिस सुरक्षा दी जानी चाहिए। आर्य ने एक बयान में कहा, “कटोल के बेलफाटा बिष्णुर में कुछ लोगों ने अनिल देशमुख की कार पर हमला किया, जिससे उनके सिर पर गंभीर चोट आई है। पहले कटोल में उनका इलाज कराया गया लेकिन गंभीर चोट होने के कारण उन्हें नागपुर स्थानांतरित कर दिया गया है।” आर्य ने यह भी दावा किया कि उनके राजनीतिक विरोधियों को अपनी हार का आभास हो गया था, इसलिए उन्होंने इस तरह के कायरतापूर्ण हमले का सहारा लिया। बता दें कि इस विधानसभा चुनाव में अनिल देशमुख के बेटे सलिल देशमुख कटोल विधानसभा क्षेत्र से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार चरणसिंह ठाकुर से है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान के अंतिम दिन पर हुए इस हमले के बाद राकांपा (शरद पवार) ने राज्य चुनाव आयोग से सुरक्षा सुनिश्चित करने और मामले की पारदर्शी जांच कराने की अपील की है।