
मुंबई। मुंबई पुलिस ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के विधायक रोहित पवार के खिलाफ एक पुलिस अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार करने और ड्यूटी में बाधा डालने के आरोप में मामला दर्ज किया है। यह घटना शुक्रवार को आज़ाद मैदान पुलिस स्टेशन में घटी, जहां रोहित पवार और विधायक जितेंद्र आव्हाड एक घायल पार्टी कार्यकर्ता से मिलने पहुंचे थे। मामला उस समय तूल पकड़ गया जब महाराष्ट्र विधान भवन परिसर में गुरुवार को एनसीपी (एसपी) और भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर के समर्थकों के बीच झड़प हो गई थी। इस झड़प के बाद कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर आज़ाद मैदान पुलिस थाने लाया गया था। थाने में मौजूद रोहित पवार का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह एक सब-इंस्पेक्टर पर मराठी में चिल्लाते हुए कहते हैं— “आवाज खाली ठेव, आवाज खाली ठेव. हात वर केला तर तुला धडा शिकवेन! (अपनी आवाज नीचे रखो, अगर हाथ उठाया तो तुम्हें सबक सिखाऊंगा)। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम के संदर्भ में एक शिकायत मिलने पर रोहित पवार के खिलाफ लोक सेवक के कर्तव्य निर्वहन में बाधा डालने का मामला दर्ज किया गया है। यह आरोप भारतीय दंड संहिता की धारा 353 के तहत दर्ज किया गया है, जो सरकारी कर्मचारी को डराने-धमकाने या मारपीट करके उसके कार्य में बाधा डालने से संबंधित है।
घटना के राजनीतिक निहितार्थ भी सामने आ सकते हैं क्योंकि रोहित पवार, शरद पवार के पोते और पार्टी के उभरते युवा चेहरा माने जाते हैं। वहीं, इस विवाद से एक दिन पहले की विधान भवन की झड़प पहले ही राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप को जन्म दे चुकी है। इस घटनाक्रम पर अब तक रोहित पवार या एनसीपी (एसपी) की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। मामले की जांच जारी है।