
मुंबई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई राज्य कैबिनेट बैठक में भंडारा-गढ़चिरौली नियंत्रित पहुँच (एक्सेस कंट्रोल्ड) एक्सप्रेसवे परियोजना के संशोधित डिज़ाइन और महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (एमएसआरडीसी) द्वारा इसके कार्यान्वयन को मंज़ूरी दी गई। इस परियोजना के पूर्ण होने पर भंडारा से गढ़चिरौली की यात्रा दूरी 23 किलोमीटर कम हो जाएगी और यात्रा समय घटकर लगभग डेढ़ घंटे रह जाएगा। यह विदर्भ क्षेत्र में सड़क परिवहन नेटवर्क को सशक्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। राज्य सरकार ने 27 दिसंबर 2023 को लिए गए निर्णय के आधार पर अंतिम डिज़ाइन को हरी झंडी दी है। संशोधित योजना के अनुसार, यह एक्सप्रेसवे दो हिस्सों में बनाया जाएगा। जिसमें- *राज्य राजमार्ग 53 पर सावरखंडा इंटरचेंज से कोंकणगढ़ तक नागपुर-गोंदिया नियंत्रित पहुँच एक्सप्रेसवे।
*राज्य राजमार्ग 353डी पर बोरगांव इंटरचेंज से रणमोचन तक 94.241 किलोमीटर लंबा नियंत्रित पहुँच एक्सप्रेसवे।
परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। इस उद्देश्य के लिए कुल 931.15 करोड़ रुपये का प्रावधान स्वीकृत किया गया है, जिसमें 534.46 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण के लिए और 396.69 करोड़ रुपये ब्याज मद में शामिल हैं। इससे पहले राज्य सरकार नागपुर और मुंबई के बीच दूरी और यात्रा समय घटाने के लिए हिंदू ह्दय सम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग का निर्माण पूरा कर चुकी है। अब भंडारा-गढ़चिरौली एक्सप्रेसवे को विदर्भ में एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में देखा जा रहा है।