
मुंबई। उपमुख्यमंत्री तथा वित्त एवं योजना मंत्री अजित पवार की पहल पर नासिक और अमरावती जिलों में एक-एक ‘आविष्कार, नवाचार, ऊष्मायन और प्रशिक्षण केंद्र’ यानी ‘सी-ट्रिपल आईटी’ केंद्र को मंज़ूरी मिल गई है। उद्योग और कौशल विकास के क्षेत्र में महाराष्ट्र को अग्रणी बनाए रखने के लिए यह निर्णय अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हाल ही में उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने टाटा टेक्नोलॉजी कंपनी को पत्र लिखकर दोनों जिलों में इन केंद्रों की स्थापना हेतु सहयोग का अनुरोध किया था। कंपनी ने इस पहल का सकारात्मक जवाब देते हुए नासिक और अमरावती में ‘सी-ट्रिपल आईटी’ केंद्रों की स्थापना को औपचारिक स्वीकृति प्रदान की है। इन केंद्रों के माध्यम से स्थानीय युवाओं को विश्वस्तरीय औद्योगिक एवं तकनीकी प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। यह पहल उत्तर महाराष्ट्र (नासिक) और विदर्भ (अमरावती) के युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर खोलेगी। इन केंद्रों के जरिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), डेटा एनालिटिक्स, ऑटोमेशन, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, रोबोटिक्स और इलेक्ट्रिक व्हीकल टेक्नोलॉजी जैसे अत्याधुनिक क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। ‘सी-ट्रिपल आईटी’ केंद्र न केवल स्थानीय उद्योगों को कुशल और प्रशिक्षित जनशक्ति उपलब्ध कराएँगे, बल्कि नए उद्योगों की स्थापना को भी प्रोत्साहन देंगे। इससे क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को सशक्त आधार मिलेगा और महाराष्ट्र के औद्योगिक विकास को नई गति प्राप्त होगी। अजित पवार ने कहा है कि यह पहल राज्य के युवाओं को रोजगारपरक कौशल हासिल करने और ‘मेक इन महाराष्ट्र’ की अवधारणा को मजबूत करने की दिशा में एक निर्णायक कदम है। इस निर्णय के साथ राज्य सरकार ने ‘कुशल महाराष्ट्र’ के लक्ष्य की ओर एक और मील का पत्थर स्थापित किया है।




