
मुंबई। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस की पूर्व संध्या पर आंकड़े जारी करते हुए बताया कि पिछले दो वर्षों में उसके नशा मुक्ति केंद्रों पर 4,421 से अधिक मरीजों का इलाज किया गया है। बीएमसी ने इस वर्ष की वैश्विक थीम “चेन तोड़ना: रोकथाम, उपचार और सभी के लिए रिकवरी” के तहत जागरूकता अभियान तेज कर दिया है। वर्ष 2023 में बीएमसी के केंद्रों पर 1,889 और 2024 में 2,532 रोगियों को उपचार प्रदान किया गया। बीएमसी वर्तमान में आवासीय और बाह्य रोगी, दोनों प्रकार की नशामुक्ति सेवाएं अंधेरी (पश्चिम) स्थित भारदवाड़ी केंद्र, केईएम अस्पताल की इकाई, तथा घाटकोपर और अन्य जनरल अस्पतालों में संचालित कर रहा है, जहां शराब, भांग, ब्राउन शुगर, तंबाकू और अन्य नशीली वस्तुओं के आदी लोगों का उपचार किया जाता है। 26 जून को निर्धारित कार्यक्रमों के तहत बीएमसी ने एक समर्पित चैटबॉट हेल्पलाइन (89-992-289-99) शुरू करने की घोषणा की है, जो नशामुक्ति संसाधनों की जानकारी देगा। साथ ही, स्कूल-कॉलेजों में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा रैलियां, मार्गदर्शन सत्र और नागरिकों को सार्वजनिक शपथ दिलाने जैसी गतिविधियां की जाएंगी। बीएमसी ने नागरिकों से अपील की है कि वे “हिटगज़” पहल के अंतर्गत नशे की लत से जूझ रहे व्यक्तियों की सहायता करें। इसके लिए 022-24131212 पर संपर्क किया जा सकता है या नजदीकी बीएमसी नशा मुक्ति केंद्र में सहायता ली जा सकती है।