
नई दिल्ली। बिहार के सत्तारूढ़ गठबंधन एनडीए में 2025 के विधानसभा चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा तय कर लिया गया है। जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बराबर 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। वहीं, चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) को 29 सीटें मिली हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएसपी) और हिंदुस्तानी अवाम पार्टी (एचएपी) को 6-6 सीटें दी गई हैं। धर्मेंद्र प्रधान ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि एनडीए के सभी दलों ने सौहार्दपूर्ण तरीके से सीटों का बंटवारा किया और कार्यकर्ताओं ने इसे खुशी-खुशी स्वीकार किया। संजय कुमार झा ने भी कहा कि सभी दल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भारी बहुमत से फिर से सत्ता में लाने के लिए एकजुट हैं।
जेडीयू की सीटों में कमी
यह जेडीयू के लिए पिछली बार की तुलना में बड़ी गिरावट मानी जा रही है। 2020 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने 115 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जबकि इस बार 101 सीटें मिली हैं। इसी तरह, बीजेपी भी 110 से नीचे रह गई है। 2020 में एनडीए में शामिल विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) ने 11 सीटों पर चुनाव लड़ा था। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की हम (एस) को सात सीटें मिली थीं, जबकि लोजपा (तब अविभाजित) ने अकेले 135 सीटों पर चुनाव लड़ा था। फिलहाल मांझी और चिराग पासवान दोनों 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री हैं। बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में दो चरणों में मतदान होगा- 6 और 11 नवंबर। मतगणना 14 नवंबर को होगी। विपक्षी दलों, जैसे राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), कांग्रेस और अन्य महागठबंधन या भारत ब्लॉक ने अभी तक अपने सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला घोषित नहीं किया है।