
मुंबई। छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर वन्यजीव तस्करी के एक बड़े मामले में चेन्नई निवासी 34 वर्षीय गुडमैन लिनफोर्ड लियो को शुक्रवार रात 16 दुर्लभ और विदेशी सांपों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया। वह बैंकॉक से मुंबई आया था और सामान की नियमित स्कैनिंग के दौरान उसके बैग में संदिग्ध गतिविधि की पहचान हुई। सीमा शुल्क अधिकारियों द्वारा की गई जांच में उसके बैग में सूती थैलों में छिपाए गए 16 जीवित सांप पाए गए। इनमें दो केन्याई सैंड बोआ, पांच गैंडा चूहा सांप, तीन एल्बिनो सांप, दो होंडुरन मिल्क स्नेक, एक कैलिफोर्निया किंगस्नेक, दो गार्टर स्नेक और एक एल्बिनो रैट स्नेक शामिल हैं। अधिकारी मान रहे हैं कि लियो दक्षिण-पूर्व एशिया और भारत के बीच सक्रिय अंतरराष्ट्रीय वन्यजीव तस्करी सिंडिकेट का हिस्सा है। मामले की जांच अब वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो (WCCB) की मदद से की जा रही है, ताकि पूरे नेटवर्क की कड़ियों को जोड़ा जा सके। जब्त किए गए सांपों को सुरक्षित रूप से हैंडल करने और उनकी पहचान में सहायता के लिए RAWW (रेस्क्विंक एसोसिएशन फॉर वाइल्डलाइफ वेलफेयर) नामक गैर-सरकारी संगठन को बुलाया गया। वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत, इन प्रजातियों को उनके मूल देशों में लौटाने की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है। यह गिरफ्तारी मुंबई हवाई अड्डे पर हाल के दिनों में हुई दूसरी बड़ी वन्यजीव तस्करी की घटना है। 25 जून को एयर इंटेलिजेंस यूनिट ने दो भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया था, जिनके पास से दो सुमात्रा धारीदार खरगोश, एक वैगेओ स्पॉटेड कुस्कस, तीन भूरे बेसिलिस्क छिपकलियाँ (एक मृत), और 115 हरी इगुआनाएं बरामद हुई थीं। सभी को निजी सामान में छुपाया गया था। इस बढ़ती तस्करी गतिविधियों ने मुंबई को वन्यजीवों के लिए एक प्रमुख ट्रांजिट हब बना दिया है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यदि सख्ती से कार्रवाई नहीं की गई, तो यह प्रवृत्ति भारत की जैव विविधता और अंतरराष्ट्रीय वन्यजीव संरक्षण प्रयासों के लिए गंभीर खतरा बन सकती है। सीमा शुल्क अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि सिंडिकेट से जुड़े अन्य नामों की पहचान के लिए जांच और भी तेज़ की जाएगी।