
नागपुर। देश में रक्षा उत्पादन क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़े पैमाने पर निवेश हो रहा है तथा तीन केंद्रीय डिफेंस कॉरिडोर भी विकसित किए जा रहे हैं। इस परिप्रेक्ष्य में अत्याधुनिक तकनीक आधारित विशेषज्ञ और कुशल मानव संसाधन की आवश्यकता को देखते हुए शनिवार को नागपुर में भोसला डिफेंस यूनिवर्सिटी का शुभारंभ किया गया है। इस अवसर पर आयोजित एक दिवसीय चर्चा सत्र में देश के नामचीन उद्योजक, रक्षा विशेषज्ञ और वरिष्ठ सैन्य अधिकारी शामिल हुए। कार्यक्रम के समारोप अवसर पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि विश्वविद्यालय को भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए पाठ्यक्रम तैयार करने चाहिए। उन्होंने अपेक्षा व्यक्त की कि यह संस्थान आईआईटी मुंबई की तरह ही विश्वस्तरीय केंद्र बनेगा और रक्षा उत्पादन उद्योगों के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा उत्पादन और निर्यात को प्रोत्साहित किया है, जिसके परिणामस्वरूप नागपुर में रक्षा उद्योग तेजी से विकसित हो रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह विश्वविद्यालय अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देते हुए रक्षा उत्पादन क्षेत्र को नई दिशा देगा। इस अवसर पर एयर चीफ मार्शल आर.के.एस.भदौरिया, एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी, जनरल मनोज पांडे, एयर मार्शल शिरीष देव, ले.जनरल डॉ.राजेंद्र निम्भोरकर, ले.जनरल डॉ.माधुरी कान्हेतकर, प्रा.अनिल सहस्त्रबुद्धे, बाबासाहेब एन.कल्याणी, सत्यनारायण नुवाल समेत अनेक विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे। चर्चा सत्र में सुझाव दिया गया कि विश्वविद्यालय स्नातक, डिप्लोमा और मास्टर स्तर पर ऐसे कार्यक्रम विकसित करे जिनमें रक्षा उत्पादन एवं तकनीक, लीडरशिप एंड मैनेजमेंट, इनोवेशन एंड डिजाइन, इंटरनेशनल रिलेशन एंड पब्लिक पॉलिसी तथा नॉन कन्वेंशनल डिफेंस स्टडीज जैसे विषय शामिल हों। संस्थान के उपाध्यक्ष शैलेश जोगळेकर ने जानकारी दी कि लगभग 52 एकड़ परिसर में डिफेंस यूनिवर्सिटी की शुरुआत की जा रही है। इसमें अत्याधुनिक प्रयोगशालाएँ और टेस्टिंग फील्ड उपलब्ध होंगी तथा इसे देश के अग्रगण्य विश्वविद्यालयों में विकसित करने का लक्ष्य है। कार्यक्रम की शुरुआत एड.अविनाश भिड़े के स्वागत भाषण से हुई। एयर मार्शल एस.बी.देव ने विश्वविद्यालय की स्थापना और भूमिका के बारे में विस्तृत जानकारी दी। आभार उपाध्यक्ष शैलेश जोगळेकर ने व्यक्त किया। इस अवसर पर संस्थान के अध्यक्ष सूर्यरतन डागा और अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।