मुंबई. भारत के नंबर वन स्कूल के फाउंडर भारत मालिक ने कहा कि आइरिस एनालिसिस टेक्नोलॉजी से विश्व भर के बच्चों को अपनी क्षमता के अनुसार क्षेत्र चुनने में मदद मिलेगी। यह टेक्नोलॉजी भारत ही नहीं दुनियाभर के बच्चों का जीवन बेहतर कर देगी। वे मुंबई के गोरेगांव के रेडिशिन होटल में आइरिस एनालिसिस टेक्नोलॉजी के लांच में बोल रहे थे। बता दें कि संजय गौतम ने लंबे संघर्ष के बाद यह टेक्नोलॉजी विकसित करने में सफलता पाई है। इस दौरान लगभग 60 लोगों की आइरिस एनालिसिस की गईं। सभी इस टेक्नोलॉजी के 100 प्रतिशत एक्युरेट होने से अचंभित थे। इस इवेंट में देश दुनिया से लोग आएं।
यूएसए गवर्नमेंट से है मान्यता
इस टेक्नोलॉजी की ट्रेनिंग पार्टनर यूएसए बेस एरीजड़ इंस्टीट्यूट की फाउंडर व मनोवैज्ञानिक क्लॉडिया करोडोआ ने कहा कि इस टेक्नोलॉजी ने मेरे जीवन में बहुत सकारात्मक परिवर्तन लाया। इसकी मदद से हमने बहुत सारे लोगों के जीवन में पॉजिटिव एनर्जी भरने में सफलता पाई है। यह खोज एक क्रांतिकारी बदलाव ला रही है।
क्या है आयरिस एनालिसिस
आइरिस एनालिसिस के खोजकर्ता संजय गौतम ने बताया कि इस टेक्नोलॉजी में एआई की मदद से आइरिस का एनालिसिस करके दो मिनट से कम समय में व्यक्ति के दिमाग की मैपिंग समझते हैं। इसके आधार पर यह पता चलता है कि बच्चा या व्यक्ति किस क्षेत्र में करियर बनाये तो बेहतर होगा। बच्चे या व्यक्ति की दिमागी क्षमता किस क्षेत्र में बहुत ज्यादा अच्छी है।
गुरुनन्दन सिंह ने बताया कि संजय गौतम ह्यूमन ब्रेन को पिछले करीब 12 वर्ष से स्टडी कर रहे हैं। इनके गहन अध्ययन और कड़ी मेहनत का नतीजा है कि आज हमारे सामने आइरिस एनालिसिस जैसी नायाब टेक्नोलॉजी है!
बदल जायेगा भविष्य
जयपुर के स्कूल की प्रिसिंपल दीपिका जोशी ने कहा कि इस टेक्नोलॉजी से बच्चों के जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन आने वाला है। इसकी जांच परख के बाद मैं इससे जुड़ गईं। मैं पिछले 10 वर्ष से चाइल्ड काउंसिल से जुड़ी हुई हूं। इस टेक्नोलॉजी ने मुझे अचंभित कर दिया। इसके बेहतरीन रिजल्ट को देखते हुए अब मैं और डॉक्टर धीरेन मालदे इसके को फाउंडर हैं।
मुनुष्य के दिमाग समझने का सबसे अच्छा इनवेंशन
मुंबई में रहने वाले भारत के जानेमाने साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर धीरेन मालदे ने कहा कि इस टेक्नोलॉजी से मैंने बहुत सारे लोगों को रास्ता दिखाया, जो आज करियर और जीवन में बहुत अच्छा कर रहे हैं। मैं इसकी मदद से कपल कॉन्सलिंग करता हूं। मुझे लगता है कि यह लोगों के मस्तिष्क के प्रोसेस को समझने का अब तक का सबसे अच्छा इनवेंशन हैं।