Tuesday, January 7, 2025
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बीड सरपंच हत्या मामला: प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मंत्री धनंजय मुंडे को मंत्री पद से हटाने की मांग की


मुंबई। महाराष्ट्र के बीड जिले में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले को लेकर सोमवार को नेताओं के एक बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल सी.पी.राधाकृष्णन से मुलाकात की। कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार और भाजपा विधायक सुरेश धास के नेतृत्व में इस प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन सौंपकर मंत्री धनंजय मुंडे को राज्य मंत्रिमंडल से हटाने और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। ज्ञापन में बताया गया कि बीड जिले के मासाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख का 9 दिसंबर को अपहरण किया गया, प्रताड़ित किया गया, और बाद में उनकी हत्या कर दी गई। इस घटना का कारण पवनचक्की परियोजना से जुड़े एक ऊर्जा कंपनी से धन उगाही के प्रयास को विफल करना बताया जा रहा है। पुलिस ने इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मंत्री धनंजय मुंडे के सहयोगी वाल्मीक कराड भी शामिल हैं। कराड पर अवाडा पावर प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों को धमकाकर 2 करोड़ रुपये की मांग करने और 6 दिसंबर को उनके स्टोरयार्ड में सुरक्षाकर्मियों पर हमला करने का आरोप है। कराड को इस अपराध का मास्टरमाइंड बताया गया है।
प्रतिनिधिमंडल की प्रमुख मांगें
प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से कहा कि जब तक हत्या के मामले में आरोपपत्र दाखिल नहीं होता, मंत्री धनंजय मुंडे को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने वाल्मीक कराड के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने, सीआईडी के विशेष जांच दल (एसआईटी) से जुड़े अधिकारियों को हटाने, और बीड में जबरन वसूली तथा गुंडागर्दी पर रोक लगाने की मांग की। ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि कराड और उनके सहयोगियों ने 6 दिसंबर को अवाडा पावर कंपनी के स्टोरयार्ड में हमला किया। 9 दिसंबर को सरपंच देशमुख का अपहरण कर लिया गया। उन्हें प्रताड़ित किया गया, उनकी हत्या कर दी गई, और अपराध का वीडियो अन्य लोगों को डराने के लिए प्रसारित किया गया। देशमुख का शव पड़ोसी गांव में मिला। ज्ञापन में बताया गया कि मई 2024 में अवाडा कंपनी के एक अधिकारी का अपहरण हुआ था, जिसे पुलिस ने बचा लिया था। लेकिन बीड पुलिस की निष्क्रियता और सक्रिय कदम न उठाने के कारण जबरन वसूली की घटनाएं बढ़ गईं, जिसकी परिणति सरपंच की हत्या में हुई। बता दें कि 31 दिसंबर को कराड ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो के जरिए आत्मसमर्पण की घोषणा की, जिसके बाद पुणे स्थित सीआईडी मुख्यालय में भारी भीड़ जमा हो गई, जिससे अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो गई। इस ज्ञापन पर पूर्व सांसद संभाजीराजे छत्रपति, बीड से एनसीपी सांसद बजरंग सोनावणे, कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार, जितेंद्र अवहाद, और अन्य नेताओं ने हस्ताक्षर किए। नेताओं ने निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच सुनिश्चित करने, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई, और बीड में कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए निर्णायक कदम उठाने की अपील की है।

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