
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को सैनिक स्कूल गोरखपुर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान समाज को जाति, क्षेत्र और भाषा के नाम पर विभाजित करने वाली राजनीति से सतर्क रहने की अपील की। जनरल बिपिन रावत के नाम पर बने नवनिर्मित ऑडिटोरियम के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे तत्व समाज और राष्ट्र को बांटकर जयचंद और मीरजाफर जैसा अपराध कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई जाति के नाम पर, कोई क्षेत्र के नाम पर और कोई भाषा के नाम पर समाज को बांटने की कोशिश कर रहा है। ऐसे लोग जब सत्ता में आते हैं तो केवल अपने परिवार के बारे में सोचते हैं—प्रॉपर्टी खरीदते हैं, विदेश में होटल और द्वीप खरीदते हैं, जबकि देश को दरिद्र करने का षड्यंत्र करते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि जाति या क्षेत्रवाद की राजनीतिक लॉलीपॉप से समाज का भला नहीं हो सकता, एकता और भेदभाव रहित व्यवस्था ही देश को आगे ले जा सकती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनरल बिपिन रावत की प्रतिमा का अनावरण किया और उनकी चौथी पुण्यतिथि पर राष्ट्र सेवा को नमन करते हुए एक पुस्तिका का भी विमोचन किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए पंच प्रण को अपनाकर ही विकसित भारत की दिशा में तेजी से बढ़ा जा सकता है। उन्होंने कहा* क्या कोई सच्चा भारतीय गरीब, कमजोर या असुरक्षित भारत चाहता है? एक सच्चा भारतीय हमेशा मजबूत, आत्मनिर्भर और विकसित भारत की कामना ही करेगा। उन्होंने समाज से आह्वान किया कि देशभक्ति और विरासत पर गर्व की भावना अपनानी होगी, श्रीराम, श्रीकृष्ण, महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी, गुरु गोविंद सिंह और रानी लक्ष्मीबाई जैसे महापुरुषों की परंपरा को सम्मान देना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुलामी की मानसिकता छोड़कर स्वदेशी, आत्मनिर्भरता और भारतीय परंपरा पर गर्व को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि विदेशी वस्तुओं को श्रेष्ठ मानने की आदत को त्यागना समय की मांग है। कार्यक्रम में असम राइफल्स के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा ने जनरल बिपिन रावत को निडर, संयमित और भावनात्मक रूप से संवेदनशील व्यक्ति बताते हुए कहा कि उनकी सेवाएं स्वर्ण अक्षरों में दर्ज रहेंगी। वहीं, पूर्व वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल (सेवानिवृत्त) आरकेएस भदौरिया ने मुख्यमंत्री योगी द्वारा सैनिक स्कूल को दिया गया यह ऑडिटोरियम ‘सच्ची श्रद्धांजलि और प्रेरणास्त्रोत’ बताया।



