
मुंबई। एनसीपी के विधायक और पूर्व मंत्री धनंजय मुंडे की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। मंत्री पद से इस्तीफा दिए लगभग पांच महीने बीत जाने के बाद भी उन्होंने सरकारी आवास सतपुड़ा खाली नहीं किया है। इस पर सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को कानूनी नोटिस भेजा है। अंजलि दमानिया ने आरोप लगाया है कि मुंडे पर सतपुड़ा बंगले का 42 लाख रुपए बकाया है। उन्होंने कहा कि धनंजय मुंडे ने किराए के मकान की अनुपलब्धता का बहाना बनाकर सरकारी आवास छोड़ा नहीं। दमानिया के अनुसार, मुंडे ने दावा किया था कि मालाबार हिल इलाके में घर तुरंत मिलना मुश्किल है और वे तलाश में हैं, लेकिन उन्होंने इस दावे को झूठा करार देते हुए ट्वीट कर जानकारी दी थी कि फिलहाल मालाबार हिल में 72 घर किराए पर उपलब्ध हैं। यहां तक कि जिस बिल्डिंग में मुंडे का अपना फ्लैट है, उसी में एक और फ्लैट किराए पर उपलब्ध है। दमानिया ने उन्हें 48 घंटे में बंगला खाली करने का अल्टिमेटम भी दिया था और चेतावनी दी थी कि समय सीमा पूरी होने पर कानूनी कार्रवाई होगी। निर्धारित समय बीतने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री फडणवीस को नोटिस भेज दिया। गौरतलब है कि मध्य महाराष्ट्र के बीड जिले से ताल्लुक रखने वाले धनंजय मुंडे बीते छह महीनों से लगातार विवादों में घिरे हुए हैं। बीड जिले के मस्साजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के सिलसिले में उनके एक करीबी सहयोगी की गिरफ्तारी के बाद उन्होंने मार्च की शुरुआत में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उनकी पहली पत्नी करुणा शर्मा के साथ गुजारा भत्ता (एलीमनी) को लेकर भी विवाद सुर्खियों में रहा। इस तरह लगातार विवादों और अब सरकारी बंगले पर बकाया मामले ने मुंडे की राजनीतिक मुश्किलों को और गहरा कर दिया है।