
मुंबई। अंधेरी में धोखाधड़ी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ प्रयागराज कुंभ मेले के इवेंट मैनेजमेंट कार्य का ठेका दिलाने के बहाने एक इवेंट व्यवसायी से कथित तौर पर 12.8 लाख रुपए की ठगी की गई। अंबोली पुलिस ने आरोपी आशुतोष उपाध्याय के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस जाँच के अनुसार, उपाध्याय ने खुद को केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय में विशेष कार्यकारी अधिकारी और प्रयागराज कुंभ मेला समिति का सदस्य बताकर पीड़ित से रकम वसूली। पीड़ित, अजय मोदगिल, अंधेरी निवासी और एडवरटेनमेंट नामक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के मालिक हैं, जिसका कार्यालय लक्ष्मी इंडस्ट्रियल एस्टेट, न्यू लिंक रोड में स्थित है। घटना की शुरुआत पिछले वर्ष हुई, जब मोदगिल की लखनऊ से मुंबई की उड़ान में उपाध्याय से मुलाकात हुई। उपाध्याय ने उच्च सरकारी पद का दावा करते हुए विज़िटिंग कार्ड साझा किया, जिसमें उन्हें कई संगठनों के पदों पर आसीन दिखाया गया था। उसने प्रयागराज कुंभ मेले के आयोजन प्रबंधन के लिए उच्च-मूल्य के टेंडर दिलाने का भरोसा दिलाया और पंजीकरण शुल्क के नाम पर 2.8 लाख रुपए मांगे। मोदगिल ने प्रारंभिक भुगतान कर दिया। इसके बाद उपाध्याय ने जाली दस्तावेज़ दिखाकर अतिरिक्त 10 लाख रुपए की मांग की, जिसे मोदगिल ने भी हस्तांतरित कर दिया। बाद में, जब काम शुरू नहीं हुआ और उपाध्याय टालमटोल करने लगा, तब मोदगिल को संदेह हुआ। जाँच करने पर दस्तावेज़ नकली पाए गए और उनकी कंपनी का नाम उत्तर प्रदेश सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर दर्ज नहीं था। जब मोदगिल ने रकम वापस मांगी, तो उपाध्याय ने उन्हें एक चेक दिया, जो हस्ताक्षर असंगत होने के कारण बाउंस हो गया। इसके बाद मोदगिल ने अंबोली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों और धोखाधड़ीपूर्ण गलत बयानी की पुष्टि करते हुए मामला दर्ज कर लिया है। अधिकारियों के अनुसार, आरोपी को जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा और उसका बयान दर्ज किया जाएगा। मामले की विस्तृत जाँच जारी है।