
मुंबई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने क्रांतिसूर्य महात्मा ज्योतिराव फुले और ज्ञानज्योति सावित्रीबाई फुले के संपूर्ण साहित्य का विमोचन करते हुए विश्वास जताया कि यह महावद्मय नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा और सफलता का मार्ग प्रशस्त करेगा। मंत्रालय में आयोजित इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, अन्य पिछड़ा बहुजन कल्याण मंत्री अतुल सावे सहित मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। यह महावद्मय महाज्योति संस्था द्वारा तैयार किया गया है और अन्य पिछड़ा बहुजन कल्याण विभाग की नई वेबसाइट का भी इसी अवसर पर उद्घाटन हुआ। इस संग्रह में महात्मा फुले की 23 और सावित्रीबाई फुले की 14 पुस्तकें, पत्राचार और महत्वपूर्ण दस्तावेज शामिल हैं। पुस्तक का विशेष आकर्षण पुणे के महात्मा फुले वाड़ा और सातारा के नायगांव में स्थित सावित्रीबाई फुले की मूर्तियों के रंगीन चित्र हैं। कुल 27,000 प्रतियाँ मुद्रित की गई हैं, जिनमें से प्रत्येक जिले में जिला शिक्षा विभाग, आर्थिक विकास परिषद, आश्रम विद्यालयों और छात्रावासों के माध्यम से 750 प्रतियाँ वितरित होंगी। यह प्रकाशन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग और महाराष्ट्र राज्य साहित्य एवं संस्कृति परिषद की स्वीकृति से हुआ है।
नई वेबसाइट के माध्यम से विभाग की योजनाओं, छात्रवृत्तियों, छात्रावासों और विभिन्न सरकारी पहलों की जानकारी एक ही स्थान पर उपलब्ध कराई जाएगी। अधिकारियों के अनुसार, यह आधुनिक तकनीक आधारित पोर्टल उपयोगकर्ता के अनुकूल और सरल है।