
मुंबई। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि देश में सबसे ज़्यादा किसान आत्महत्याएं महाराष्ट्र में होने के बावजूद, भाजपा गठबंधन के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया और केवल घोषणाओं तक ही सीमित रही है। पटोले का कहना है कि सरकार ने किसानों के लिए बड़े पैमाने पर वित्तीय आवंटन का वादा किया था, लेकिन इससे कोई वास्तविक लाभ नहीं हुआ है। इसके बजाय, कृषि विभाग के अधिकारियों ने किसानों के लिए निर्धारित धन का गबन किया है।
पटोले ने नैनो यूरिया और नैनो डीएपी की खरीद में हुए 87 करोड़ रुपये के घोटाले का खुलासा किया। ये खरीद महाराष्ट्र कृषि उद्योग विकास निगम (MAIDC) के तहत की गई थी, जो एक व्यापारिक संस्था पालीवाल माहेश्वरी हाउस ऑफ बिजनेस एंड रिसर्च के माध्यम से धोखाधड़ी कर रही थी।
पटोले के अनुसार, एमएआईडीसी ने नैनो यूरिया और नैनो डीएपी के लिए कच्चे माल की खरीद के लिए 158.79 करोड़ रूपए मंजूर किए थे। इन उत्पादों को इफको (भारतीय किसान उर्वरक सहकारी लिमिटेड) से खरीदने का निर्णय लिया गया था। हालांकि, यह प्रक्रिया चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन में की गई, और पूरी खरीदारी की प्रक्रिया बिना चुनाव आयोग की मंजूरी के हुई। पटोले ने आरोप लगाया कि नैनो यूरिया की ऑनलाइन दर 93 रूपए और नैनो डीएपी की 500 मिलीलीटर बोतल की कीमत 273 रूपए थी, लेकिन एमएआईडीसी ने इन्हें क्रमशः 220 रूपए और 590 रूपए प्रति बोतल की बढ़ी हुई कीमतों पर खरीदा, जिससे ₹87 करोड़ का अतिरिक्त व्यय हुआ। उन्होंने कहा कि यह भ्रष्टाचार का एक स्पष्ट मामला है, जिसमें निविदा शर्तों में बदलाव करके सुविधा प्रदान की गई, ताकि कुछ विशिष्ट आपूर्तिकर्ताओं को बढ़ी हुई दरों से लाभ मिल सके। पटोले ने आरोप लगाया कि इस घोटाले में एमएआईडीसी के प्रबंध निदेशक डॉ. मंगेश गोंडवाले, मुख्य वित्तीय अधिकारी सुजीत पाटिल और उप महाप्रबंधक महेंद्र धांधे शामिल हैं और उन्होंने उनकी भूमिका की विस्तृत जांच की मांग की है।कांग्रेस पार्टी ने मुख्यमंत्री से इस मामले की तुरंत जांच कराने की मांग की है और आरोप लगाया है कि सरकार किसान समुदाय के साथ अन्याय कर रही है। पटोले ने कहा, “जहां किसान आत्महत्याएं कर रहे हैं, वहीं सत्तारूढ़ सरकार किसानों की मेहनत की कमाई लूटने में लगी हुई है। इन भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। कांग्रेस ने इस मामले में तत्काल जांच और सख्त कदम उठाने की मांग की है, ताकि किसानों को न्याय मिल सके और इस घोटाले की पूरी तरह से पर्दाफाश हो सके।