
अहमदाबाद, गुजरात। गुजरात के अहमदाबाद में गिरफ्तार किए गए दो संदिग्ध आतंकियों- आज़ाद और सुहेल की जांच के बाद उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर जिले के बुढ़ाना कस्बे में स्थित दाऊद अरबिया दारूल उलूम अजीजिया मदरसे में हलचल मच गई है। पुलिस और खुफिया विभाग की टीमों ने मंगलवार को इस मदरसे में पहुंचकर गहन पूछताछ की और छात्रों व प्रबंधन से संबंधित कई दस्तावेजों की जांच की। मदरसे के संचालक दाऊद सहित अन्य जिम्मेदार लोगों से पूछताछ के दौरान यह जानकारी सामने आई कि शामली जनपद के झिंझाना निवासी आज़ाद कुछ साल पहले इस मदरसे में कुरान शरीफ की तालीम लेने आया था। लॉकडाउन के दौरान वह यहां से चला गया था, लेकिन उसका पूरा रिकॉर्ड अब भी मदरसे में मौजूद है। वहीं, लखीमपुर खीरी के मोहम्मद सुहेल ने हाल ही में इसी मदरसे में दाखिला लिया था और कुरान शरीफ की पढ़ाई कर रहा था। बताया गया कि वह 5 नवंबर को अपने पिता के बीमार होने की बात कहकर छुट्टी लेकर घर गया, जिसके बाद से वह वापस नहीं लौटा। मामले की गंभीरता को देखते हुए मंगलवार को कस्बे में यह अफवाह फैल गई कि लखनऊ से एटीएस की टीम बुढ़ाना पहुंची है। इस बीच बुढ़ाना इंस्पेक्टर सुभाष अत्री पुलिस बल के साथ खुद मदरसे पहुंचे और वहां मौजूद लोगों से बातचीत की। खुफिया विभाग की टीम ने भी बाद में मदरसे का दौरा कर छात्रों की जानकारी और उनकी पृष्ठभूमि से संबंधित विवरण जुटाए।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को अब मदरसे से मिले रिकॉर्ड और दोनों संदिग्धों की गतिविधियों का मिलान कर अहमदाबाद धमाके से जुड़े संभावित कनेक्शन की जांच करनी है। जांच एजेंसियां यह भी पता लगाने में जुटी हैं कि क्या दोनों संदिग्धों के संपर्क में कोई और व्यक्ति इस क्षेत्र में सक्रिय था। स्थानीय प्रशासन ने फिलहाल मदरसे की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी है और किसी भी संदिग्ध हरकत की सूचना तुरंत खुफिया एजेंसियों को देने के निर्देश जारी किए हैं।




