
मुंबई। पार्टी के भीतर बढ़ती असंतुष्टि और संभावित दलबदल की अटकलों के बीच शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बड़ा संगठनात्मक निर्णय लेते हुए तेजस्वी घोसालकर को दहिसर विधानसभा प्रमुख नियुक्त किया है। यह फैसला पार्टी में आंतरिक स्थिरता बनाए रखने और असंतुष्ट नेताओं को साधने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
तेजस्वी घोसालकर, दिवंगत नगरसेवक अभिषेक घोसालकर की पत्नी और शिवसेना विधायक विनोद घोसालकर की बहू हैं। हाल ही में उन्होंने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था, जिससे भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज़ हो गई थीं। स्थिति को गंभीरता से लेते हुए खुद उद्धव ठाकरे और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उनसे बातचीत की, जिसके बाद तेजस्वी ने स्पष्ट किया कि वे पार्टी नहीं छोड़ेंगी और ठाकरे को “परिवार का नेता” मानती हैं। इससे पहले उन्हें मुंबई जिला केंद्रीय सहकारी बैंक का निदेशक भी नियुक्त किया गया था, जिस पर भी राजनीतिक चर्चाएं गर्म हुई थीं। हालांकि अब दहिसर में उनकी विधानसभा प्रमुख के रूप में नियुक्ति ने इन अटकलों पर विराम लगा दिया है। यह नियुक्ति यूबीटी शिवसेना की ओर से यह स्पष्ट संकेत है कि पार्टी अब संगठनात्मक स्तर पर असंतोष से निपटने और संभावित टूट को रोकने के लिए सक्रिय रूप से कदम उठा रही है। तेजस्वी की नियुक्ति को महिला नेतृत्व को सशक्त बनाने और युवाओं को जिम्मेदारी देने के रूप में भी देखा जा रहा है।