
मुंबई। क्राइम ब्रांच ने 17 साल पुराने एक सनसनीखेज मर्डर केस में फरार चल रहे वॉन्टेड आरोपी को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान दुर्गेश उर्फ छोटू अवधेश गौड़ा के रूप में हुई है, जिसे एंटॉप हिल इलाके से उस समय पकड़ा गया, जब वह एक दोस्त से मिलने आया था। असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर अजय बिराजदार के अनुसार, गिरफ्तारी के बाद आरोपी को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए मुलुंड पुलिस के हवाले कर दिया गया है। यह मामला 1 अक्टूबर 2008 को हुए राजेश सोनी लखवानी की बेरहमी से हत्या से जुड़ा है, जिसमें ड्रग्स डील को लेकर हुए विवाद के बाद चार आरोपियों ने मिलकर लखवानी को मुलुंड कॉलोनी के डांगरपाड़ा पाइपलाइन इलाके में घेर लिया था, पहले लात-घूंसे मारे और फिर धारदार हथियार से गोदकर उसकी हत्या कर दी थी। घटना के बाद मुलुंड पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी, जिसमें अरुण अन्नाप्पा कुंचिकोर उर्फ कन्ना उर्फ राजा, गणेश देवेंद्र और सनी उर्फ अंजिक्या जानकीदार कबाडे को गिरफ्तार किया गया था, जबकि दुर्गेश और एक अन्य आरोपी को वॉन्टेड घोषित किया गया था। बाद में कोर्ट में चार्जशीट दाखिल होने के बाद फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किए गए। क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि दुर्गेश एंटॉप हिल के रावली कैंप इलाके में आएगा, जिसके बाद सादे कपड़ों में जाल बिछाकर उसे पकड़ लिया गया। पूछताछ में सामने आया कि हत्या के बाद से वह लगातार पहचान और ठिकाने बदलकर पुलिस से बचता रहा, इस दौरान प्लंबर का काम करता था, ड्रग्स का आदी था और एक शादीशुदा महिला के साथ अवैध संबंध में भी शामिल था। पुलिस ने यह भी बताया कि 2014 में उस पर घर में चोरी का मामला दर्ज हुआ था, जिसमें वह एंटॉप हिल पुलिस द्वारा वॉन्टेड घोषित किया गया था। करीब 17 साल तक फरार रहने के बाद आखिरकार क्राइम ब्रांच ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और अब मामले में आगे की जांच जारी है।




