नवी मुंबई। शहर एवं औद्योगिक विकास निगम (सिडको) ने गुरुवार सुबह आगामी नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (एनएमआईए) के पास एक पहाड़ी पर स्थित एक दरगाह और आसपास के कई अनधिकृत निर्माणों को ध्वस्त कर दिया। ये संरचनाएं सिडको की स्वामित्व वाली भूमि पर अवैध रूप से बनाई गई थीं। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारी पुलिस सुरक्षा के बीच तोड़क कार्रवाई अभियान चलाया गया। सिडको अधिकारियों के अनुसार, दरगाह का निर्माण अवैध रूप से किया गया था। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) पनवेल इकाई के प्रवक्ता और अध्यक्ष योगेश चिल्ले ने पिछले साल इस मुद्दे पर चिंता जताई थी और दावा किया कि उन्हें बताया गया था कि विधानसभा चुनावों के बाद इस ढांचे को गिरा दिया जाएगा।दरगाह के साथ अन्य अनधिकृत संरचनाएं एनएमआईए के समीप परगांव गांव में एक एकड़ भूमि पर फैली हुई थीं। चिल्ले के अनुसार, इस अतिक्रमण की शुरुआत लगभग 15 साल पहले हुई थी और समय के साथ अवैध निर्माण बढ़ते गए। इस विध्वंस अभियान से पहले मुंबई के माहिम तटीय क्षेत्र में बीएमसी द्वारा एक दरगाह के ध्वस्तीकरण के बाद यह मुद्दा चर्चा में आया था, जब मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने अवैध निर्माणों पर प्रकाश डाला था। चिल्ले ने दरगाह की स्थिति पर भी चिंता जताई, जो प्रस्तावित हवाई अड्डे के सीधे दृश्य में आती है और इससे राष्ट्रीय सुरक्षा पर खतरा हो सकता है। उनका मानना था कि पहाड़ी पर अवैध निर्माण का कोई छिपा हुआ एजेंडा हो सकता है। यह विध्वंस क्षेत्र में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों के पास अनधिकृत अतिक्रमणों को हटाने के लिए चल रहे प्रयासों को रेखांकित करता है।