
मुंबई। समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अबू आसिम आज़मी बुधवार, 12 मार्च को मुंबई पुलिस के सामने पेश हुए। औरंगजेब को लेकर दिए गए अपने विवादित बयान के चलते आज़मी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। पुलिस के सामने पेश होने से पहले उन्होंने मीडिया से बात करते हुए पूछा, लोग मुझे आतंकवादी कह रहे हैं, लेकिन मैंने कौन सा आतंक फैलाया है?
पुलिस के सामने पेशी और अदालत का आदेश
अदालत के आदेश के अनुसार, आज़मी को तीन दिनों -12, 13 और 15 मार्च- को सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक पुलिस स्टेशन में उपस्थित होना होगा। अदालत ने 11 मार्च को उन्हें 20,000 रुपये के सॉल्वेंट ज़मानत बांड पर अग्रिम जमानत दे दी थी। पुलिस स्टेशन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के बाद आज़मी ने कहा, “कोई मामला नहीं है; बयान दर्ज करने की कोई जरूरत नहीं है। मैंने अग्रिम जमानत ली थी। मुझे जमानत मिल गई है, और मेरे पास इस पर हस्ताक्षर करने के लिए तीन दिन हैं।
अज़मी ने उठाए सवाल
आज़मी ने कहा, “अगर मुझ पर बिना कुछ गलत किए आरोप लगाया जा रहा है, तो हां, मुझे इसका डर है। उन्होंने मुझे पूरे सत्र से निलंबित कर दिया। लोग मुझे आतंकवादी कह रहे हैं, लेकिन मैंने कौन सा आतंक फैलाया है? यह अर्थहीन है। सरकार जो चाहे कर सकती है, लेकिन मैं अपना काम जारी रखूंगा। मुंबई पुलिस ने आज़मी के खिलाफ बॉम्बे दंड संहिता (BNS) की धारा 299, 302, 356 (1), और 356 (2) के तहत शिकायत दर्ज की है। ये धाराएँ क्रमशः हत्या, हमला या किसी व्यक्ति को अपमानित करने के उद्देश्य से आपराधिक बल का प्रयोग और गैर इरादतन हत्या से संबंधित हैं। औरंगजेब पर अबू आज़मी की विवादास्पद टिप्पणी ने राजनीतिक माहौल गरमा दिया। इस बयान को लेकर जनता में आक्रोश देखने को मिला, जिसके कारण आज़मी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई। इस पूरे घटनाक्रम पर नज़र बनी हुई है, और पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।