
मुंबई। अकोला जिले में उच्च शिक्षा के विस्तार को नई दिशा देने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने संत गाडगे बाबा अमरावती विश्वविद्यालय का उप-केंद्र स्थापित करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांतदादा पाटिल ने गुरुवार को मंत्रालय में हुई समीक्षा बैठक में निर्देश दिया कि उप-केंद्र के लिए उपयुक्त स्थान के चयन और योजना तैयार करने हेतु तीन सदस्यीय समिति का गठन किया जाए। यह समिति स्थल निरीक्षण कर एक विस्तृत प्रस्ताव सरकार को प्रस्तुत करेगी। बैठक में राज्य मंत्री इंद्रनील नाइक, विधायक रणधीर सावरकर, तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. विनोद मोहितकर, उच्च शिक्षा विभाग के उप सचिव अशोक मांडे और प्रताप लुबल, महाराष्ट्र राज्य कला निदेशालय के निदेशक डॉ. किशोर इंगले**, महाराष्ट्र राज्य कला शिक्षा बोर्ड के निदेशक विनोद दांडगे, संयुक्त सचिव संतोष खोरगड़े, संत गाडगे बाबा अमरावती विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति, कुलसचिव एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. शैलेंद्र देवलंकर ने बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया। मंत्री पाटिल ने कहा कि अकोला और आसपास के क्षेत्रों में उच्च शिक्षा के अवसर सीमित हैं, इसलिए अमरावती विश्वविद्यालय का उप-केंद्र यहाँ स्थापित किया जाना अत्यंत आवश्यक है। इससे स्थानीय छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ अनुसंधान एवं नवाचार के अवसर भी प्राप्त होंगे।
जे.जे. कला महाविद्यालय में आधुनिक कला संग्रहालय की स्थापना होगी
बैठक में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने यह भी घोषणा की कि मुंबई स्थित सर जे.जे. कला महाविद्यालय, जो महाराष्ट्र की सांस्कृतिक और कलात्मक धरोहर का प्रतीक है, में एक आधुनिक कला संग्रहालय (Art Museum) की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि जे.जे. कला महाविद्यालय की कलाकृतियाँ न केवल महाराष्ट्र बल्कि पूरे देश की सांस्कृतिक धरोहर हैं। इन्हें भविष्य की पीढ़ियों के लिए संरक्षित और प्रदर्शित करने हेतु आधुनिक तकनीक से सुसज्जित कला संग्रहालय आवश्यक है।
इस अवसर पर सर जे.जे. कला महाविद्यालय में एक आधुनिक कला दीर्घा (Art Gallery) की विस्तृत योजना पर भी चर्चा की गई। इस दीर्घा में: ऐतिहासिक और दुर्लभ कलाकृतियों का डिजिटल दस्तावेजीकरण, छात्रों के लिए शोध एवं अध्ययन हेतु खुला प्रदर्शनी खंड तथा आधुनिक कला प्रदर्शनियों के लिए एक स्वतंत्र हॉल स्थापित करने का प्रस्ताव शामिल है। बैठक में तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. विनोद मोहितकर, सर जे.जे. कला महाविद्यालय के प्राचार्य राजीव मिश्रा, महाराष्ट्र राज्य कला निदेशालय के निदेशक डॉ. किशोर इंगले, महाराष्ट्र राज्य कला शिक्षा बोर्ड के निदेशक विनोद दांडगे, संयुक्त सचिव संतोष खोरगड़े, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर महाराष्ट्र राज्य कला शिक्षा मंडल, मुंबई नियामक परिषद की पाँचवीं बैठक भी आयोजित की गई।
बैठक में मंत्री पाटिल ने अकोला जिले के पातुर स्थित महात्मा फुले कला एवं विज्ञान महाविद्यालय के कर्मचारियों के लंबित प्रशासनिक एवं वित्तीय मुद्दों की समीक्षा की और उनके शीघ्र समाधान के निर्देश दिए।