
उन्नाव, उत्तर प्रदेश। उन्नाव के मौरांवा स्थित डीबीएस इंटरनेशनल स्कूल में बच्चों के मन से पुलिस के प्रति भय दूर करने और पुलिस की कार्यशैली से उन्हें परिचित कराने के उद्देश्य से प्रेरणादायी जागरूकता कार्यक्रम ‘पुलिस की पाठशाला’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत देवी माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर और दीप प्रज्वलन के साथ हुई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पर्यावरण प्रहरी एवं पुलिस कंट्रोल रूम उन्नाव प्रभारी सब-इंस्पेक्टर अनूप मिश्र “अपूर्व” ने कहा कि पुलिस की पाठशाला का उद्देश्य पुलिस और बच्चों के बीच संवाद, सुरक्षा, जागरूकता और भरोसे को मजबूत करना है। उन्होंने बच्चों को आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर 112, 1090, 1098 और 1076, गुड टच–बैड टच, साइबर अपराध से बचाव और किसी भी आपात स्थिति में बिना डर पुलिस से संपर्क करने के तरीके समझाए।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस सभी हेल्पलाइन सेवाओं के माध्यम से हर संकट में आमजन के साथ खड़ी रहती है। किसी भी आपात स्थिति में घबराने के बजाय समय पर सही नंबर पर सूचना देना आवश्यक है, ताकि पुलिस तत्काल सहायता पहुंचा सके। पुलिस समाज की मित्र है और सहयोग के लिए सदैव तत्पर रहती है। कार्यक्रम के दौरान बच्चों को आत्मरक्षा के सरल और व्यावहारिक उपाय, सतर्कता, आत्मविश्वास और मानसिक मजबूती के गुर भी सिखाए गए। बाल संवाद सत्र में बच्चों ने बड़ी मासूमियत से ‘पुलिस अंकल’ से सवाल पूछे और हाथ मिलाकर उन्हें अपना मित्र बना लिया। चॉकलेट और टॉफियाँ पाकर बच्चों के चेहरे खुशी से खिल उठे। पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए अनूप मिश्र ने बच्चों को वृक्षारोपण, जल संरक्षण, प्लास्टिक मुक्त जीवन और स्वच्छता को अपनाने का संकल्प दिलाया। ग्रीन एंड क्लीन उन्नाव अभियान के तहत विद्यालय परिसर में पाँच छायादार पौधे भी लगाए गए। विशिष्ट अतिथि डॉ. रचना सिंह (राज्य पुरस्कार प्राप्त शिक्षिका) और डॉ. रचना त्रिवेदी (एचओडी, शिक्षा विभाग, डीएसएन डिग्री कॉलेज) ने बच्चों को उनकी रुचि, क्षमता और लक्ष्य के अनुसार सही शिक्षा एवं करियर विकल्प चुनने के लिए मार्गदर्शन दिया। विद्यालय की प्रधानाचार्या वंदना अवस्थी और शिक्षकों के निर्देशन में बच्चों द्वारा महिला सशक्तिकरण, साइबर क्राइम, ट्रैफिक नियम और प्राथमिक चिकित्सा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रस्तुत लघु नाटिकाओं ने सभी को भावविभोर कर दिया। इन प्रस्तुतियों में युवराज तिवारी, आयुष वर्मा, नबीला, प्रतिष्ठा शुक्ला, ज़ैनह खान और अदित्री ने सराहनीय भूमिका निभाई। प्रधानाचार्या वंदना अवस्थी ने ‘पुलिस की पाठशाला’ की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के संवादात्मक कार्यक्रम बच्चों को जागरूक बनाने के साथ-साथ समाज और पुलिस के प्रति भरोसा भी मजबूत करते हैं। विद्यालय प्रबंधक डी. बी. सिंह और दिनेश सिंह ने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें आशीर्वाद दिया। अक्षत सिंह और अक्षय सिंह ने सफलता का मूल मंत्र कड़ी मेहनत और निरंतर प्रयास बताया। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि सहित अन्य अतिथियों को स्मृति चिह्न और अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। अमित मिश्र सहित प्रबंधन सदस्यों की उपस्थिति में कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।




