
मुंबई। गोरेगांव (पश्चिम) में एक निर्माणाधीन इमारत में चोरी के संदेह पर मजदूरों के एक समूह ने 26 वर्षीय युवक की बेरहमी से पिटाई कर उसकी हत्या कर दी। मृतक की पहचान हर्षल परमा (26) के रूप में हुई है। उसकी मां सुवर्णा रामसिंग परमा (61) की शिकायत पर गोरेगांव पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है और चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह भयावह घटना 19 अक्टूबर की तड़के तीन डोंगरी, सुभाष नगर स्थित “राज पथरोन” इमारत में हुई। पुलिस के अनुसार, 18 अक्टूबर की आधी रात हर्षल परमा घर से यह कहकर निकला था कि वह “शराब पीने जा रहा है”, लेकिन वह वापस नहीं लौटा। अगले दिन सुबह करीब 10:45 बजे, गोरेगांव पुलिस स्टेशन से अधिकारी उसके घर पहुंचे और बताया कि ‘राज पथरोन’ इमारत में कुछ लोगों ने हर्षल पर हमला किया है। उसे बेहोशी की हालत में ट्रॉमा केयर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हर्षल की मां सुवर्णा और पिता रामसिंग तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे, जहाँ उन्हें बताया गया कि चोरी की नीयत से इमारत में घुसे कुछ लोगों में से एक को मजदूरों ने पकड़कर पीटा। चौकीदार पप्पू दूधनाथ यादव ने पुलिस को बताया कि 19 अक्टूबर को तड़के 3 बजे के आसपास वसंत कुमार प्रसाद नामक मजदूर ने उन्हें सूचित किया कि चार चोर इमारत में घुसे हैं, जिनमें से तीन भाग गए और एक पकड़ा गया है। जब यादव तीसरी मंज़िल पर पहुँचे, तो देखा कि कुछ मजदूरों ने एक व्यक्ति को रस्सियों से बाँध रखा था। चौकीदार के बयान के अनुसार, मजदूर सलमान खान बांस के डंडे से हर्षल को पीट रहा था, जबकि इस्मुल्ला खान लात-घूंसों से हमला कर रहा था। जब चौकीदार ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो मजदूरों ने धमकाते हुए कहा कि “अपने काम से काम रखो” और उसे वहाँ से चले जाने के लिए मजबूर किया। अपनी सुरक्षा के डर से यादव नीचे चला गया। सुबह करीब 7 बजे, जब वह वापस आया, तो उसने हर्षल को पार्किंग एरिया में बेहोश पड़ा पाया। उसने तुरंत साइट सुपरवाइजर प्रदीप मिश्रा को सूचना दी, जिन्होंने बाद में पुलिस को सतर्क किया।
अस्पताल में हुई मौत, हत्या का मामला दर्ज
पुलिस के अनुसार, जब हर्षल को अस्पताल ले जाया गया, तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जांच के दौरान साइट सुपरवाइजर प्रदीप मिश्रा ने पुलिस को बताया कि मजदूरों ने चोरी के शक में एक युवक को पकड़ा और पीटते-पीटते बेहोश कर दिया। हर्षल की मां सुवर्णा परमा ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि 19 अक्टूबर की सुबह 3 बजे से 7 बजे के बीच, मजदूर गौतम चमार, राजीव गुप्ता, सलमान खान और इस्मुल्ला खान ने उसके बेटे को चोर समझकर बाँस के डंडों और लात-घूंसों से पीट-पीटकर मार डाला। शिकायत के आधार पर, गोरेगांव पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत चारों मजदूरों- गौतम चमार, राजीव गुप्ता, सलमान खान और इस्मुल्ला खान के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या मृतक वास्तव में चोरी के इरादे से वहाँ गया था या किसी अन्य कारण से इमारत में मौजूद था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह मामला न्याय अपने हाथ में लेने और कानून की अनदेखी करने का गंभीर उदाहरण है। आगे की जांच जारी है।