
देवेश प्रताप सिंह राठौर
झांसी, उत्तर प्रदेश। शिक्षक दिवस के अवसर पर बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा भव्य शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अधिष्ठाता कला संकाय प्रो. पुनीत बिसारिया ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में शिक्षक विधायक श्री बाबूलाल तिवारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ विभागाध्यक्ष प्रो. मुन्ना तिवारी ने अतिथियों का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत करते हुए किया। उन्होंने कहा कि शिक्षक ही समाज के वास्तविक निर्माता हैं। उनका कार्य केवल ज्ञान प्रदान करना नहीं, बल्कि विद्यार्थियों को संस्कार और जीवन मूल्यों से जोड़ना भी है। मुख्य अतिथि बाबूलाल तिवारी ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षक दिवस हम सबके लिए प्रेरणा का दिन है। यह दिन हमें डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के आदर्शों की याद दिलाता है। शिक्षक न केवल विद्यार्थियों का भविष्य गढ़ते हैं, बल्कि समाज की दिशा तय करने में भी अग्रणी भूमिका निभाते हैं। आज भी शिक्षा सबसे सम्मानित पेशा है। अध्यक्षता कर रहे प्रो. पुनीत बिसारिया ने कहा कि सम्मान केवल व्यक्तियों का नहीं, बल्कि उस परंपरा का है जो शिक्षा और संस्कार के माध्यम से पीढ़ियों को आगे बढ़ाती है। हमें संकल्प लेना चाहिए कि शिक्षा को और अधिक समाजोन्मुखी एवं उपयोगी बनाएं और आधुनिक तकनीक का समुचित इस्तेमाल करें। कार्यक्रम का संचालन कपिल शर्मा ने किया और आभार व्यक्त डॉ. श्रीहरि त्रिपाठी ने किया।
सम्मानित शिक्षकगण
डॉ. प्रेमलता (हिंदी), डॉ. सुनीता (हिंदी) डॉ. सुधा दिक्षित (हिंदी), डॉ. द्युति मालिनी (पुस्तकालय सहायक), डॉ. रामनरेश देहूलिया (इतिहास), डॉ. आशीष दीक्षित (इतिहास), डॉ. पूजा निरंजन (इतिहास) आशुतोष शर्मा (इतिहास), डॉ. गरिमा (भूगोल) रिचा सेंगर (राजनीति शास्त्र), कपिल शर्मा (राजनीति शास्त्र), जोगिंदर (भूगोल), डॉ. रेणु शर्मा (संस्कृत), समारोह में बड़ी संख्या में शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।