
मुंबई। मलाड पुलिस ने सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर एक बिजनेसमैन से लाखों रुपये ऐंठने की साजिश का पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जो खुद को उभरते हुए अभिनेता बताते हैं और बॉलीवुड में काम पाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अनमोल राज अरोड़ा, लकी संतोष वर्मा, हिमांशु योगेश कुमार और दीपाली विनोद सिंह के रूप में हुई है। गिरफ्तारी के बाद चारों को स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। अनमोल, हिमांशु और दीपाली अंधेरी के वर्सोवा गांव के रहने वाले हैं, जबकि लकी वर्मा मलाड के माध इलाके का निवासी है।
वीडियो के जरिए ब्लैकमेलिंग
पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता 37 वर्षीय बिजनेसमैन है, जो अपने परिवार के साथ मलाड में रहता है और अपना खुद का व्यवसाय चलाता है। सोमवार सुबह करीब 10.30 से 11 बजे के बीच उसे एक अनजान कॉल आया। फोन करने वाले ने दावा किया कि उसके पास शिकायतकर्ता के न्यूड वीडियो हैं और अगर 9 लाख रुपए नहीं दिए गए तो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए जाएंगे। इसके कुछ ही देर बाद आरोपी ने व्हाट्सएप पर न्यूड वीडियो भेज दिए, जिससे शिकायतकर्ता घबरा गया। इसके बाद एक अन्य मोबाइल नंबर से भी उसे कॉल कर धमकियां दी गईं। आरोपियों ने इंस्टाग्राम के जरिए भी वीडियो भेजकर दबाव बढ़ाया। यहीं नहीं, आरोपियों ने कथित तौर पर वही वीडियो शिकायतकर्ता के भतीजे और उसके साथ काम करने वाले एक कर्मचारी को भी भेज दिए।
रकम घटाकर 6 लाख तय, पुलिस को दी सूचना
लगातार धमकियों से परेशान होकर शिकायतकर्ता ने रकम देने की हामी भरी, लेकिन सौदेबाजी के बाद रकम 9 लाख रुपए से घटाकर 6 लाख रुपए तय हुई। इसी दौरान उसने सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर दुष्यंत चव्हाण से संपर्क कर पूरे मामले की जानकारी दी। पुलिस ने तुरंत क्राइम ब्रांच को जांच के निर्देश दिए। पुलिस की योजना के तहत शिकायतकर्ता ने आरोपियों को फिरौती की रकम लेने के लिए गोरेगांव बुलाया। तय योजना के अनुसार, चारों आरोपी गोरेगांव के विवेक कॉलेज के पास सिद्धार्थ नगर पहुंचे, जहां पहले से मौजूद पुलिस टीम ने उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सामने आया कि चारों आरोपी शिकायतकर्ता को पहले से जानते थे। अनमोल अरोड़ा उसका दोस्त था और दोनों अक्सर साथ में पार्टी करते थे। आरोप है कि इसी दौरान अनमोल ने शिकायतकर्ता के न्यूड वीडियो रिकॉर्ड कर लिए। बाद में उसकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए उसने वीडियो के जरिए ब्लैकमेल करने की साजिश रची और बाकी तीनों को इसमें शामिल कर लिया। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने उगाही की रकम आपस में बांटने की योजना बनाई थी, जिसमें दीपाली सिंह को कमीशन के तौर पर 20,000 रुपए मिलने थे। हालांकि, उनकी यह साजिश नाकाम रही और चारों पुलिस के हत्थे चढ़ गए। फिलहाल मलाड पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है और यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या आरोपियों ने इससे पहले किसी और को भी इसी तरह ब्लैकमेल किया था।




