
मुंबई। घाटकोपर के एक व्यापारी को बिटकॉइन में निवेश कर अधिक मुनाफे का झांसा देकर 27.5 लाख रुपए की ठगी का शिकार बनाया गया है। मध्य क्षेत्रीय साइबर पुलिस ने इस मामले में एक महिला समेत चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी महिला ने पहले पीड़ित व्यापारी से ऑनलाइन दोस्ती की और फिर उसे फर्जी वेबसाइट के जरिए निवेश करने के लिए मना लिया। निर्माण सामग्री के थोक व्यापारी और घाटकोपर निवासी पीड़ित का जुलाई 2025 में टेलीग्राम पर ऐश्वर्या नाम की महिला से संपर्क हुआ। ऐश्वर्या ने पहले बातचीत के बहाने उसका व्हाट्सएप नंबर लिया और फिर निवेश का प्रस्ताव रखा। उसने व्यापारी को एक वेबसाइट का लिंक भेजा, जिसमें निजी और बैंक विवरण अपलोड करके खाता बनाने को कहा गया। इसके बाद वेबसाइट पर एक फर्जी “कस्टमर सर्विस” प्रतिनिधि ने उससे संपर्क किया और बिटकॉइन ट्रेडिंग के बारे में जानकारी देने का दावा किया। ऐश्वर्या और उसके साथियों की बातों में आकर व्यापारी ने जुलाई से अक्टूबर 2025 के बीच अपने और अपने कर्मचारियों के खातों से कुल 27.5 लाख रुपए वेबसाइट पर ट्रांसफर किए। शुरुआत में वेबसाइट पर उसके निवेश पर अच्छा रिटर्न दिखाया गया, और व्यापारी 20,000 रुपए “लाभ” के रूप में निकालने में भी सफल रहा। लेकिन जब उसने शेष राशि निकालने की कोशिश की, तो वेबसाइट ने ट्रांजेक्शन रोक दिया। जब उसने ऐश्वर्या और वेबसाइट के प्रतिनिधियों से संपर्क किया, तो उन्होंने कहा कि उसका ट्रेडिंग खाता फ्रीज हो गया है और उसे अनलॉक करने के लिए और बिटकॉइन खरीदने होंगे। व्यापारी को जब शक हुआ, तो उसने आगे भुगतान करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद ऐश्वर्या और उसके साथी पूरी तरह गायब हो गए और संपर्क बंद कर दिया। पीड़ित व्यापारी ने मध्य क्षेत्रीय साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने ऐश्वर्या और तीन अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। साइबर सेल के अधिकारी अब आरोपियों के डिजिटल फुटप्रिंट्स और बैंक ट्रांजेक्शनों की जांच कर रहे हैं। पुलिस ने नागरिकों को सतर्क रहने की अपील की है और कहा है कि किसी भी अनजान व्यक्ति या वेबसाइट पर निवेश करने से पहले उसकी विश्वसनीयता की पुष्टि अवश्य करें।